CM Arvind Kejriwal from Ramlila Maidan : नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर आम आदमी पार्टी के प्रमुख और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की सक्रिता बढ़ गई है। ऐसे में आज रामलीला मैदान में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में सेवाओं पर नियंत्रण संबंधी केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ पीएम नरेंद्र मोदी पर जमकर हल्ला बोला है। इतना ही नहीं केजरीवाल ने कहानियों के माध्यम से नरेंद्र मोदी की डिग्री और शिक्षा को भी आड़े हाथ लिया। महारैली में दिल्ली सीएम केजरीवाल ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि यहां पर एक लाख लोग मौजूद हैं। 20-25 हज़ार लोग रामलीला मैदान की तरफ बढ़ रहे हैं, आप में से कौन कौन मुझे प्यार करता है? इस प्यार मोहब्बत के लिए शुक्रिया।
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CM Arvind Kejriwal from Ramlila Maidan : आम आदमी पार्टी के संयोजक ने कहा, मोदी सरकार ने दिल्ली की जनता के अधिकारों को छीनने के लिए सुप्रीम कोर्ट के फैसले को खारिज कर दिया। केजरीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने कह दिया है कि मैं सुप्रीम कोर्ट के फैसले को नहीं मानता। मैं दिल्ली की जनता के वोट का सम्मान नहीं करता। आम आदमी पार्टी ने ये रैली केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ बुलाई है। आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि केंद्र की मोदी सरकार दिल्ली की चुनी हुई सरकार को काम नहीं करने देना चाहती है। रैली में अरविंद केजरीवाल के साथ ही पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ ही पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल भी शामिल हुए।
केजरीवाल के बाद भगवंत मान ने कहा, ‘बीजेपी कहीं भी जोड़-तोड़ से सरकार बना लेती है। बीजेपी मतलब भारतीय जुगाड़ू पार्टी है।’ मान ने कहा, ‘दरिया का रास्ता रोका नहीं जा सकता… हुकूमत वो करते हैं जिनका दिलों पर राज होता है, यूं तो मुर्गे के सिर पर भी ताज होता है…। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा, ‘ये कोई शक्ति प्रदर्शन नहीं है। हमने सिर्फ जनता तक बात पहुंचाने के लिए रैली बुलाई है। आप धूप, बारिश में लाइन लगकर वोट डालते हो कि ये मेरा पसंदीदा नेता है। लेकिन मोदी साहब चाहते ही नहीं है कि किसी और पार्टी की गवर्नमेंट बन जाए।’
मैं Challenge करता हूं-
मोदी जी के 21 साल उठाकर देख लो
—और मेरे 8 सालउन्होंने पूरी Power के साथ इतने काम नहीं किए, जीतने मैंने रुकावटों के बाद 8 साल में कर दिए
अपना काम तो होता नहीं, जो कर रहा हो वो रोकने में लगे रहते हैं।
—CM @ArvindKejriwal #AAPKiMahaRally pic.twitter.com/u2rRu82O8D
— AAP (@AamAadmiParty) June 11, 2023
इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने एक कहानी भी सुनाई। उन्होंने कहा, “एक महान देश था। उस देश के गरीब घर में बच्चा पैदा हुआ। गांव में ज्योतिषी आते हैं। ज्योतिषी बच्चे का भविष्य बताते हैं। उसने कुंडली देखकर कहा कि माई तेरा बेटा बड़ा होकर बड़ा सम्राट बनेगा। माई को समझ नहीं आया। मैं गरीब हूं तो बच्चा सम्राट कैसे बनेगा। बच्चा बड़ा हुआ, सरकारी स्कूल में एडमिशन करा दिया। पढ़ने लिखने में मन नहीं लगता था। चौथी में आकर नाम कटवा लिया। बगल में रेलवे स्टेशन था, घर में गरीबी थी। वो बच्चा वहां जाकर चाय बेचने लगा। चाय बेचकर गुजारा करता था। बचपन में अच्छा भाषण देता था। धीरे-धीरे आस-पास के गांवों में फैल गया कि भाषण अच्छा देता है। जो भी टॉपिक हो, सभी पर भाषण देता रहता था। बढ़ा होकर देश का सम्राट बन गया। अफसर आते और सम्राट से साइन करा लेते। उसे तो पढ़ना आता नहीं था, लेकिन उसे लगता था कि अगर मैं अफसरों से पूछूंगा तो मेरी कमजोरी सामने आ जाएगी। धीरे-धीरे देश के अंदर फैल गया राजा अनपढ़ है। उसे बुरा लगने लगा तो राजा ने फर्जी डिग्री का जुगाड़ कर लिया। एमए की डिग्री का। वह धीरे-धीरे अहंकारी होता गया। एक बार कुछ लोग गए, राजा को बोले नोटबंदी कर दो भ्रष्टाचार और आतंकवाद खत्म हो जाएगा।
रात में आठ बजे टीवी पर आकर उसने नोटबंदी कर दी। पूरे देश को बेड़ा गर्क कर दिया। कोई आकर बोला कि 2000 का नोट लेकर आ जाओ फिर कोई आया तो बोल दिया कि नोट बंद कर दो, उसने नोट बंद कर दिया। उसे अक्ल नहीं थी तो कभी नोट बंद करता कभी चालू। किसी के कहने पर किसानों का कानून बना दिया। पूरे देश के किसान सड़कों पर उतर आए। 750 किसान मर गए आंदोलन में। एक साल बाद राजा को कानून वापस लेने पड़े। महामारी फैल गई तो चम्मच थाली बजवा दी, लेकिन उसे समझ नहीं आया कि दवाई, इंजेक्शन की जरूरत पड़ेगी। राजा अपने दोस्तों का ख्याल रखता था। एक दोस्त ने 12 हजार करोड़ रुपये चोरी कर लिए तो उसे राजा ने देश से भगा दिया। एक दोस्त ने 20 हजार करोड़ चोरी किए तो उसे भी भगा दिया। एक करीबी दोस्त पर राजा मेहरमान था। उसे खदान, जमीन सब बेच दिए।
राजा ने दोस्ती नहीं छोड़ी। मजाल किसी दोस्त पर आंच आ जाए। एक दोस्त ने किसानों को कुचल दिया, लेकिन दोस्ती नहीं छोड़ी। राजा बहुत दोस्तबाज था। एक पत्रकार ने कार्टून बना दिया, उसे उठाकर जेल में डाल दिया। एक पत्रकार ने कुछ लिख दिया, उसे पकड़कर जेल में डाल दिया। कोई जज राजा के खिलाफ ऑर्डर कर दिया तो उसे भी नहीं छोड़ता। देवता सबकुछ देख रहे थे। देवताओं ने मीटिंग की। शिव जी के पास पहुंच गए देवता। जनता परेशान हो रही है। शिवजी ने नेत्र खोल दिए। पृथ्वी के ऊपर उज्जैन के मंदिर में सप्तऋषि की मूर्ति टूट गई। रेल हादसा हो गया। आकाशवाणी हुई- महान देश के लोगों उठो, खड़े हो जाओ, इस अहंकारी राजा के खिलाफ आवाज उठाओ। एक साल के अंदर जनता ने राजा का राजपाठ उठाकर फेंक दिया। ये कहानी पवित्र कहानी है। इसको सुवने-सुनाने से परिवार, समाज और देश का भला होता है।
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