विश्व में परिवर्तन के कारण विरासत की सुरक्षा में बड़ी चुनौतियां: यूनेस्को महानिदेशक |

विश्व में परिवर्तन के कारण विरासत की सुरक्षा में बड़ी चुनौतियां: यूनेस्को महानिदेशक

विश्व में परिवर्तन के कारण विरासत की सुरक्षा में बड़ी चुनौतियां: यूनेस्को महानिदेशक

:   Modified Date:  July 22, 2024 / 01:39 PM IST, Published Date : July 22, 2024/1:39 pm IST

नयी दिल्ली, 22 जुलाई (भाषा) यूनेस्को की महानिदेशक आड्रे अजोले ने रविवार को कहा कि जब विरासत की सुरक्षा की बात आती है तो जबरदस्त चुनौतियां हैं, क्योंकि दुनिया हर क्षेत्र में ‘डिजिटल’ क्रांति और जलवायु व्यवधान से प्रेरित परिवर्तन के दौर से गुजर रही है।

यहां भारत मंडपम में विश्व धरोहर समिति (डब्ल्यूएचसी) के 46वें सत्र के उद्घाटन समारोह में उन्होंने भारत को ‘‘यूनेस्को के लिए एक प्रेरणा’’ बताया।

भारत 21 से 31 जुलाई तक पहली बार यूनेस्को के इस प्रमुख आयोजन की मेजबानी कर रहा है।

उन्होंने कहा, ‘‘सबसे पहले मैं अपने मेजबान भारत के प्रधानमंत्री का हार्दिक आभार व्यक्त करना चाहूंगी, जो आज रात विश्व का इस आवश्यक विचार के साथ स्वागत कर रहे हैं कि 195 देशों ने मानवता की सांस्कृतिक और प्राकृतिक विरासत के संरक्षण पर सहमति व्यक्त की है, जो सदियों से हमें अपनी शानदार विविधता के साथ विरासत में मिली है।’’

इस अवसर पर अजोले साड़ी पहने हुए थीं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अन्य व्यक्तियों की मौजूदगी में कहा कि इतिहास में पहली बार डब्ल्यूएचसी की बैठक नई दिल्ली में हो रही है जिसका उद्देश्य समय के साथ स्थापित मानवता की अमूल्य विरासत को संरक्षित करना, बढ़ावा देना और भावी पीढ़ियों तक पहुंचाना है।

उन्होंने यूनेस्को के साथ महत्वपूर्ण बैठक का सह-आयोजन करने वाले संस्कृति मंत्रालय और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) को भी धन्यवाद दिया।

160 वर्ष पहले स्थापित एएसआई ने भारत की विरासत और देश भर में 3600 से अधिक प्राचीन स्मारकों और पुरातत्व स्थलों का संरक्षण किया है।

यूनेस्को महानिदेशक ने कहा, ‘‘विश्व धरोहरों की रक्षा करने में हमारे लिए चुनौतियां बहुत बड़ी हैं, क्योंकि दुनिया ‘डिजिटल’ क्रांति और जलवायु परिवर्तन के कारण हर क्षेत्र में परिवर्तन से गुजर रही है।’’

14-23 जुलाई तक चलने वाला विश्व धरोहर युवा पेशेवर मंच युवाओं और विरासत विशेषज्ञों को अंतर-सांस्कृतिक शिक्षा और आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए एक साथ लाता है। यह युवाओं को आम संरक्षण चिंताओं की खोज और चर्चा करने और विरासत संरक्षण में नई भूमिकाएं तलाशने के अवसर प्रदान करता है।

अब तक 1199 संपत्तियों को विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया है।

इस अवसर पर भारत की सांस्कृतिक और प्राकृतिक विरासत को दर्शाने वाला एक वीडियो ‘अहम भारतम्’ भी प्रदर्शित किया गया।

भाषा

यासिर नरेश

नरेश

 

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