अयोध्या (उप्र), 28 जनवरी (भाषा) राम मंदिर में सोमवार से करीब 40 लाख श्रद्धालुओं के दर्शन करने के बीच श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने अयोध्या के आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों से मंगलवार को अपील की कि वे 15-20 दिन बाद यहां आने की योजना बनाएं, ताकि दूर-दराज से आने वाले लोग रामलला के दर्शन आसानी से कर सकें।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने यह अपील प्रयागराज में जारी महाकुंभ में डुबकी लगाने के बाद रामलला के दर्शन के लिए यहां आने वाले श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के मद्देनजर की है।
श्रद्धालुओं और तीर्थयात्रियों की संख्या के मामले में महाकुंभ मेले को कड़ी टक्कर देते हुए अयोध्या में राम मंदिर के दर्शन के लिए सोमवार (27 जनवरी) से अब तक विभिन्न क्षेत्रों से करीब 40 लाख श्रद्धालु और तीर्थयात्री आ चुके हैं।
अयोध्या की ओर जाने वाली सभी सड़कें गाड़ियों से भरी पड़ी हैं।
अयोध्या रेंज के महानिरीक्षक (आईजी ) प्रवीण कुमार ने कहा कि श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने भी माना है कि ‘सोमवार से अब तक करीब 40 लाख श्रद्धालु और तीर्थयात्री अयोध्या में राम मंदिर के दर्शन कर चुके हैं।’
संकरी गलियों और परिक्रमा मार्ग सहित पूरा अयोध्या शहर तीर्थयात्रियों से भरा पड़ा है।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में राय ने लिखा, ‘आदरणीय भक्तों, जय श्री राम! प्रयागराज कुंभ में मौनी अमावस्या का मुख्य स्नान 29 जनवरी 2025 को होगा। अनुमान है कि इस पावन दिन प्रयागराज में करीब 10 करोड़ श्रद्धालु डुबकी लगाएंगे।”
उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज से अयोध्या के लिए ट्रेन और सड़क मार्ग से भी यात्रा कर रहे हैं तथा पिछले तीन दिनों में अयोध्या पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है।
राय ने कहा कि अयोध्या धाम की आबादी और आकार को देखते हुए, एक ही दिन में इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के लिए प्रभु श्री राम लला के दर्शन सुनिश्चित करना कठिन होता जा रहा है, जिससे कई लोगों को असुविधा हो रही है।
उन्होंने कहा कि नतीजतन, किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए व्यवस्थाओं में आवश्यक समायोजन किया जा रहा है और श्रद्धालुओं को लंबी दूरी तक पैदल चलने की भी जरूरत पड़ रही है।
राय ने कहा, “हम आस-पास के इलाकों के श्रद्धालुओं से विनम्र अनुरोध करते हैं कि वे 15-20 दिन बाद अयोध्या आने की योजना बनाएं, ताकि दूर-दराज से आने वाले लोगों को अभी दर्शन का आसान अनुभव मिल सके। इससे सभी को सुविधा होगी।”
उन्होंने कहा कि वसंत पंचमी के बाद काफी राहत मिलेगी और फरवरी में मौसम भी सुहाना रहेगा और बेहतर होगा कि अयोध्या के आस-पास के इलाकों से श्रद्धालु उस दौरान दर्शन की योजना बनाएं।
राय ने कहा, “आपसे अनुरोध है कि कृपया इस अपील पर विचार करें।”
अयोध्या जिला प्रशासन ने अयोध्या के सभी शिक्षण संस्थानों को अगले 10 दिनों तक ऑनलाइन कक्षाएं चलाने की सलाह दी है और अयोध्या के नागरिकों से भी अपील की है कि अगर जरूरी न हो तो आवाजाही को सीमित रखें।
भाषा सं जफर नोमान
नोमान
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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)