हरियाणा में फोरेंसिक विज्ञान का उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किया जाएगा; एमओयू पर हुए हस्ताक्षर |

हरियाणा में फोरेंसिक विज्ञान का उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किया जाएगा; एमओयू पर हुए हस्ताक्षर

हरियाणा में फोरेंसिक विज्ञान का उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किया जाएगा; एमओयू पर हुए हस्ताक्षर

:   Modified Date:  June 29, 2024 / 10:42 PM IST, Published Date : June 29, 2024/10:42 pm IST

चंडीगढ़, 29 जून (भाषा) केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर शनिवार को हुए हस्ताक्षर के तहत हरियाणा में स्थापित होने वाले फोरेंसिक विज्ञान संबंधी प्रयोगशाला परीक्षण सुविधा से जुड़े ‘उत्कृष्टता केंद्र’ पर एक प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना का प्रस्ताव दिया है।

शाह ने कहा कि केंद्र सरकार इसकी स्थापना के लिए सभी व्यवस्थाएं करेगी।

एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, शाह उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना के लिए हरियाणा सरकार और राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय (एनएफएसयू), गांधीनगर (गुजरात) के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के बाद पंचकूला में बोल रहे थे।

अपने संबोधन में शाह ने सुझाव दिया कि हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को इस केंद्र की योजना बनाते समय एक प्रशिक्षण संस्थान स्थापित करने की ओर ध्यान देना चाहिए।

उन्होंने प्रस्ताव दिया कि इसके अतिरिक्त, एक छात्रावास भी बनाया जाना चाहिए ताकि पुलिस अधिकारियों और न्यायिक अधिकारियों को यहां प्रशिक्षित किया जा सके।

उन्होंने कहा कि सीओई आने वाले दिनों में हरियाणा में आपराधिक न्याय प्रणाली में आमूलचूल परिवर्तन लाएगा।

उन्होंने कहा कि यह उत्तरी भारत के लिए एक प्रमुख प्रशिक्षण केंद्र के रूप में भी उभरेगा।

इस अवसर पर हरियाणा के लोगों को बधाई देते हुए शाह ने कहा कि राज्य सरकार ने राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय के साथ साझेदारी करके आपराधिक न्याय प्रणाली में सुधार करने का निर्णय लिया है।

उन्होंने कहा कि एनएफएसयू ने वर्तमान में नौ राज्यों में अपने परिसर स्थापित किए हैं और केंद्रीय मंत्रिमंडल ने हाल ही में लगभग 16 राज्यों में इसके परिसरों का विस्तार करने का प्रस्ताव पारित किया है।

केंद्रीय ऊर्जा, आवास और शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि 2022 में सूरजकुंड में केंद्र की परिकल्पना की गई थी और इस समझौता ज्ञापन के माध्यम से यह कल्पना साकार हो रही है।

उन्होंने कहा कि पहले राज्य में केवल एक फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला थी, लेकिन अब चार और प्रयोगशालाएं काम कर रही हैं।

हरियाणा के मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि इस केंद्र की स्थापना से आपराधिक न्याय प्रणाली को काफी फायदा होगा।

उन्होंने कहा, ‘अक्सर संसाधनों की कमी के कारण न्याय में देरी होती है, लेकिन नई तकनीक से हम पीड़ितों को त्वरित न्याय दिला पाएंगे।’

राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. जे एम व्यास ने कहा कि इस केंद्र की स्थापना से हरियाणा की फोरेंसिक क्षमताएं बढ़ेंगी, जिससे संपूर्ण आपराधिक न्याय प्रणाली को लाभ मिलेगा।

भाषा सुरेश संतोष

संतोष

 

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