नयी दिल्ली, 13 मार्च (भाषा) सीबीआई ने राजस्व आसूचना निदेशालय (डीआरआई) की शिकायत के बाद दुबई से सोने की तस्करी में लोकसेवकों की कथित भूमिका की जांच शुरू की है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
डीआरआई ने सोने की तस्करी के मामले में हाल में बेंगलुरु से अभिनेत्री रान्या राव सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
इसने तीन मार्च को बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से रान्या राव को दुबई से 14 किलोग्राम से अधिक सोने की तस्करी की कोशिश के आरोप में गिरफ्तार किया था।
इस कार्रवाई के बाद 6 मार्च को मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे होते हुए दुबई से आए दो विदेशियों (ओमान और संयुक्त अरब अमीरात के नागरिक) को गिरफ्तार किया गया, जो 18.92 करोड़ रुपये मूल्य के 21.28 किलोग्राम सोने की भारत में तस्करी की कोशिश कर रहे थे।
डीआरआई ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को दी गई शिकायत में कहा, ‘‘ये दोनों विदेशी नागरिक पहले भी कई बार मुंबई हवाई अड्डे पर आ चुके हैं।’’
राव के घर की तलाशी में 2.06 करोड़ रुपये मूल्य के सोने के आभूषण और 2.67 करोड़ रुपये की भारतीय मुद्रा बरामद हुई। अधिकारियों ने बताया कि अभिनेत्री ने दुबई सहित कई अंतरराष्ट्रीय यात्राएं भी कीं।
अधिकारियों ने बताया कि दुबई से भारी मात्रा में सोना लाने वाले कथित तस्करों की ‘‘एक के बाद एक’’ हुई गिरफ्तारियां तथा भारतीय और विदेशी नागरिकों की बार-बार होने वाली ऐसी यात्राओं से एक ‘‘समन्वित तस्करी सिंडिकेट’’ के खतरे के बारे में पता चलता है, जो संभवतः दुबई से संचालित हो रहा है।
डीआरआई ने व्यापक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रभाव के कारण सीबीआई को इसमें शामिल किया।
इसने कहा, ‘‘इस तरह के समन्वित नेटवर्क में भारत सरकार के अज्ञात लोकसेवकों और अन्य लोगों की संलिप्तता की जांच की जानी चाहिए।’’
सीबीआई ने डीआरआई के पत्र के बाद कार्रवाई करते हुए अज्ञात लोकसेवकों और अन्य व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी राव के खिलाफ धनशोधन का मामला दर्ज कर छापेमारी की है।
भाषा नेत्रपाल अविनाश
अविनाश
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