चेन्नई, 30 सितम्बर (भाषा) द्रमुक अध्यक्ष एम. के. स्टालिन ने बुधवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) पर आरोप लगाया कि बाबरी मस्जिद ढहाए जाने के मामले में वह ठीक तरीके से काम करने में विफल रही और मोदी सरकार के ‘‘पिंजरे का तोता’’ बनकर रह गई है।
उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने फैसले में कहा था कि ‘‘मस्जिद का पूरा ढांचा सोच समझकर ढहाया गया था’’ लेकिन सीबीआई मामले में षड्यंत्र साबित करने में विफल रही और यह कानून के लिए झटका है।
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स्टालिन ने सीबीआई की विशेष अदालत द्वारा लखनऊ में सभी 32 आरोपियों को बरी करने पर बयान जारी कर कहा कि इबादत और उपासना के किसी भी स्थल को तोड़ना अवैध काम है।
द्रमुक अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि सीबीआई को निष्पक्ष और सही तरीके से काम करना चाहिए था लेकिन वह ऐसा करने में ‘‘विफल’’ रही।
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