सरपंच हत्या के आरोपियों को पहले पकड़ो, फिर किसी को नहीं बख्शने की बात कहो: शिवसेना (यूबीटी) नेता |

सरपंच हत्या के आरोपियों को पहले पकड़ो, फिर किसी को नहीं बख्शने की बात कहो: शिवसेना (यूबीटी) नेता

सरपंच हत्या के आरोपियों को पहले पकड़ो, फिर किसी को नहीं बख्शने की बात कहो: शिवसेना (यूबीटी) नेता

Edited By :  
Modified Date: January 9, 2025 / 12:07 PM IST
,
Published Date: January 9, 2025 12:07 pm IST

छत्रपति संभाजीनगर, नौ जनवरी (भाषा) शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता अंबादास दानवे ने बृहस्पतिवार को कहा कि महाराष्ट्र सरकार को सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के मामले के फरार आरोपियों को पहले गिरफ्तार करना चाहिए और फिर यह कहना चाहिए कि वह किसी भी अपराधी को नहीं बख्शेगी।

राज्य विधान परिषद में विपक्ष के नेता ने देवेंद्र फडणवीस सरकार पर निशाना साधा क्योंकि हत्या के मामले का एक आरोपी घटना के एक महीने बाद भी फरार है।

दानवे ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि मुख्यमंत्री फडणवीस के पास गृह विभाग भी है और वह कहते रहते हैं कि वह इस मामले में शामिल किसी को भी नहीं बख्शेंगे लेकिन इसके लिए उन्हें पहले फरार आरोपियों को पकड़ना होगा।

बीड जिले के मासजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख का नौ दिसंबर को अपहरण कर लिया गया, उन्हें प्रताड़ित किया गया और उनकी हत्या कर दी गई।

कथित तौर पर यह हत्या एक पवनचक्की परियोजना से जुड़ी ऊर्जा कंपनी के खिलाफ जबरन वसूली को रोकने के उनके प्रयासों के कारण की गई।

पुलिस ने इस मामले में अब तक सात लोगों को गिरफ्तार किया है। एक आरोपी अब भी फरार है। महाराष्ट्र के मंत्री धनंजय मुंडे के सहयोगी वाल्मीक कराड को जबरन वसूली के एक मामले में गिरफ्तार किया गया है।

सरकार पर निशाना साधते हुए दानवे ने कहा कि सरपंच की हत्या को एक महीना बीत चुका है लेकिन इस मामले में छठा आरोपी (23) अब तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है।

दूसरी ओर राज्य सरकार जनता की मांग के बावजूद मंत्री धनंजय मुंडे से इस्तीफा नहीं मांग रही है।

एक अन्य मामले में पिछले महीने परभणी में न्यायिक हिरासत में मारे गए दलित व्यक्ति सोमनाथ सूर्यवंशी के परिवार के सदस्यों ने मुख्यमंत्री राहत कोष से 10 लाख रुपये की सहायता लेने से इनकार कर दिया।

इस मामले पर भी राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए दानवे ने ‘एक्स’ पर एक अन्य पोस्ट में कहा कि सूर्यवंशी के परिवार के सदस्य न्याय मांग रहे हैं, वित्तीय सहायता नहीं, क्योंकि उनका दावा है कि सूर्यवंशी के हत्यारे खुलेआम घूम रहे हैं।

सूर्यवंशी (35) की न्यायिक हिरासत में मौत हो गई थी। उन्हें पिछले साल दिसंबर में कांच के बक्से में रखी संविधान की प्रतिकृति के अपमान को लेकर महाराष्ट्र के परभणी शहर में हुई हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था।

भाषा शोभना मनीषा

मनीषा

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

Flowers