दिल्ली, 20 नवंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश, पंजाब, केरल और उत्तराखंड में 15 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए बुधवार को शुरुआती चार घंटे में 20 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। हालांकि उत्तर प्रदेश के मीरापुर में एक गांव में पथराव की घटना की सूचना मिली और पुलिसकर्मियों पर मतदाताओं को मतदान करने से रोकने के आरोप लगे।
उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान की धीमी शुरुआत के बाद इसने गति पकड़ी और पूर्वाह्न 11 बजे तक 20 प्रतिशत से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर चुके थे।
निर्वाचन आयोग के अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, गाजियाबाद में 12.56 प्रतिशत, कटेहरी में 24.28 प्रतिशत, खैर में 19.18 प्रतिशत, कुंदरकी में 28.54 प्रतिशत, करहल में 20.71 प्रतिशत, मझवां में 20.41 प्रतिशत, मीरापुर में 26.18 प्रतिशत, फूलपुर में 17.68 प्रतिशत, सीसामऊ में 15.91 प्रतिशत मतदान हुआ।
मीरापुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान के दौरान ककरोली गांव में दो समूहों के बीच टकराव के बाद पथराव की घटना सामने आई।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अभिषेक सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को तितर-बितर किया।
सिंह ने कहा, ‘‘स्थिति को नियंत्रण में कर लिया गया है और मतदान शांतिपूर्ण ढंग से जारी है।’’ यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि टकराव का कारण क्या था।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के उम्मीदवार मोहम्मद अरशद ने संवाददाताओं को बताया कि ककरोली क्षेत्र में मतदान प्रतिशत कम रहा।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘पुलिस मतदाताओं को परेशान कर रही है। उन्हें घर से बाहर निकलने नहीं दे रही है। वे लोगों से दुश्मन की तरह व्यवहार कर रहे हैं।’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘यह जनता का चुनाव नहीं है, यह सरकार का चुनाव है।’’ उन्होंने कहा कि पुलिस उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले रही है।
सपा और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दोनों ने निर्वाचन आयोग से हस्तक्षेप की मांग की है।
सपा अध्यक्ष ने उच्चतम न्यायालय और निर्वाचन आयोग से वीडियो साक्ष्य के आधार पर मतदाताओं के कथित दमन का तत्काल संज्ञान लेने का आग्रह किया।
‘एक्स’ पर एक पोस्ट में यादव ने कहा, ‘‘मतदाता पहचान पत्र और आधार कार्ड की जांच करने वाले सभी पुलिस अधिकारियों को वीडियो साक्ष्य के आधार पर तुरंत निलंबित किया जाना चाहिए। पुलिस को आधार आईडी कार्ड या पहचान पत्र की जांच करने का कोई अधिकार नहीं है।’’
उन्होंने मुजफ्फरनगर जिले में मीरापुर से पार्टी उम्मीदवार सुम्बुल राणा का एक वीडियो साझा करते हुए पुलिसकर्मियों पर लोगों को मतदान करने से रोकने का प्रयास करने का आरोप लगाया।
राणा ने दावा किया कि इस तरह की शिकायतें नयागांव, नगला बुजुक, संबलहेड़ा और निर्वाचन क्षेत्र के अन्य इलाकों से आ रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘हम शिकायतें कर रहे हैं लेकिन अधिकारी इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।’’
विपक्षी पार्टी के दावों पर पलटवार करते हुए भाजपा प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहा कि सपा और उसके प्रमुख उपचुनाव में हार से डरे हुए हैं।
शुक्ला ने कहा, ‘‘सपा मतदाताओं का भरोसा खो चुकी है। इसीलिए उसने उपचुनाव वाले क्षेत्रों में बाहरी उपद्रवी तत्वों को इकट्ठा किया है। कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बुर्का पहनी महिलाओं के चेहरे उनके पहचान पत्र से मेल नहीं खा रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा निर्वाचन आयोग और प्रशासन से अपील करती है कि वे यह सुनिश्चित करें कि पहचान पत्रों के मिलान के बिना मतदान की अनुमति नहीं दी जाए और निर्वाचन आयोग के निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाए।’’
सपा के मीडिया प्रकोष्ठ ने मुरादाबाद की कुंदरकी सीट समेत कुछ स्थानों पर कथित चुनाव आचार संहिता उल्लंघन को भी उजागर किया। इसमें कहा गया कि पार्टी के एजेंटों को मतदान केंद्रों के पास जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है।
मुरादाबाद के जिलाधिकारी अनुज सिंह ने कहा, ‘‘हमने इन दावों की पुष्टि की है, मैंने खुद बिकनपुर में मतदान अधिकारी से बात की और पाया कि मतदान सुचारू रूप से हो रहा है और किसी भी मतदाता को कोई समस्या नहीं हो रही है। पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था भी मौजूद है।’’
पड़ोसी राज्य उत्तराखंड में केदारनाथ सीट पर पूर्वाह्न 11 बजे तक 17.69 प्रतिशत मतदान हुआ।
रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ विधानसभा सीट इस साल जुलाई में भाजपा विधायक शैल रानी रावत के निधन के कारण रिक्त हुई है।
इस सीट पर उपचुनाव के लिए भाजपा से आशा नौटियाल और कांग्रेस से मनोज रावत को मिलाकर कुल छह उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। नौटियाल और रावत के बीच सीधा मुकाबला माना जा रहा है और दोनों पूर्व में भी केदारनाथ विधानसभा का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
पंजाब में चार विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव में पूर्वाह्न 11 बजे तक 20 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ।
पंजाब में गिद्दरबाहा, डेरा बाबा नानक, चब्बेवाल और बरनाला विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव की आवश्यकता इसलिए पड़ी क्योंकि वर्तमान विधायक लोकसभा के लिए निर्वाचित हो गए थे।
पूर्वाह्न 11 बजे तक गिद्दरबाहा सीट पर 35 प्रतिशत, डेरा बाबा नानक में 19.4 प्रतिशत, बरनाला में 16.1 प्रतिशत और चब्बेवाल में 12.71 प्रतिशत मतदान हुआ।
यहां उपचुनाव के लिए तीन महिलाओं समेत 45 उम्मीदवार मैदान में हैं। 3.31 लाख महिलाओं समेत कुल 6.96 लाख मतदाता 831 मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का प्रयोग करने के पात्र हैं।
यहां प्रमुख उम्मीदवारों में पंजाब के पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल, केवल सिंह ढिल्लों, सोहन सिंह थंडाल और रविकरण सिंह कहलों (भाजपा), अमृता वडिंग एवं जतिंदर कौर (कांग्रेस) और हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों एवं इशांक कुमार चब्बेवाल (आप) शामिल हैं।
केरल की पलक्कड़ विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव के लिए सुबह 10.30 बजे तक 20.50 प्रतिशत मतदान हुआ।
यहां प्रमुख दावेदार राहुल ममकूटथिल (कांग्रेस नीत संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा – यूडीएफ), सी. कृष्णकुमार (भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन -राजग) और पी. सरीन (मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नीत वाम लोकतांत्रिक मोर्चा – एलडीएफ) हैं।
आम चुनाव के दौरान वडकारा से लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद कांग्रेस नेता शफी परम्बिल द्वारा निर्वाचन क्षेत्र के विधायक पद से इस्तीफा देने के बाद पलक्कड़ में उपचुनाव की आवश्यकता हुई।
उपचुनाव के लिए 14 सीट पर सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ और शाम पांच बजे समाप्त होगा। वहीं, उत्तराखंड के केदारनाथ में मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ और शाम छह बजे समाप्त होगा।
मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी।
भाषा सुरभि नरेश
नरेश
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)