देवरिया: आगामी दिनों में होने वाले उपचुनाव को लेकर उत्तर प्रदेश के सियासी गलियारों में घमासान मचा हुआ है। वहीं, दूसरी ओर चुनावी मैदान से उम्मीदवारों के अजीबोगरीब कारनामे सामने आ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला शुक्रवार को सामने आया है, जहां एक उम्मीदवार अर्थी पर बैठकर नामांकन फार्म खरीदने कलेक्टर कार्यालय पहुंचे थे। बताया गया कि उम्मीदवार एमबीए पास हैं और वे पीएम मोदी, राजनाथ सिंह और सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ भी चुनाव लड़ चुके हैं। लेकिन सबसे ज्यादा वह चर्चा में तब आए जब वह राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिये दावेदारी कर रहे थे। अर्थी बाबा राष्ट्रपति का चुनाव लड़ रहे थे, लेकिन प्रस्तावक के अभाव में पर्चा निरस्त हो गया।
मिली जानकारी के अनुसार देवरिया सदर विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवारी कर रहे राजन यादव शुक्रवार को अपने समर्थकों के साथ नामांकन फार्म खरीदने अर्थी पर सवार होकर पहुंचे थे। इस दौरान उनके समर्थक राम-राम सत्य का भी नारा लगा रहे थे। लोग राजन यादव अर्थी बाबा के नाम से भी जानते हैं।
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बता दें कि राजन यादव 2008 में एमबीए करने के बाद बैंकाक में एक मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी कर रहे थे। लेकिन कुछ समय बाद उन्होंने नौकरी छोड़ दी और अपने आपको एक सामाजिक कार्यकर्ता घोषित कर दिया। बताया जाता है कि राजन यादव तीन भाइयों और दो बहनों में मझले हैं। राजन नामांकन भरना हो, चुनाव प्रचार करना हो, आंदोलन करना हो, सब अर्थी पर ही सवार होकर चुनाव प्रचार करते हैं। ऐसा करने के पीछे अर्थी बाबा का मानना है कि यही जीवन का एकमात्र सत्य है। इसे वो सत्य का प्रतीक मानते हैं। इसके अलावा वो घाट पर जलने वाली चिताओं की पूजा भी करते हैं।