नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुद्ध पूर्णिमा पर देशवासियों को संबोधित किया। मोदी ने लोगों को बुद्ध की राह पर चलने की अपील की। उन्होंने कहा कि भगवान बुद्ध कहते थे कि मानव को निरंतर ये प्रयास करना चाहिए कि वो कठिन स्थितियों पर विजय प्राप्त करे, उनसे बाहर निकले। थक कर रुक जाना कोई विकल्प नहीं होता। आज हम सब भी एक कठिन परिस्थिति से निकलने के लिए, निरंतर जुटे हुए हैं, साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
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भगवान बुद्ध कहते थे कि मानव को निरंतर ये प्रयास करना चाहिए कि वो कठिन स्थितियों पर विजय प्राप्त करे, उनसे बाहर निकले। थक कर रुक जाना कोई विकल्प नहीं होता। आज हम सब भी एक कठिन परिस्थिति से निकलने के लिए, निरंतर जुटे हुए हैं, साथ मिलकर काम कर रहे हैं: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी pic.twitter.com/STRWdmMRef
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 7, 2020
बुद्ध भारत के बोध और भारत के आत्मबोध दोनों का प्रतीक हैं। इसी आत्मबोध के साथ भारत निरंतर पूरी मानवता के लिए, पूरे विश्व के हित में काम कर रहा है और करता रहेगा। भारत की प्रगति,हमेशा, विश्व की प्रगति में सहायक होगी।
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बुद्ध भारत के बोध और भारत के आत्मबोध दोनों का प्रतीक हैं।इसी आत्मबोध के साथ भारत निरंतर पूरी मानवता के लिए,पूरे विश्व के हित में काम कर रहा है और करता रहेगा।भारत की प्रगति,हमेशा,विश्व की प्रगति में सहायक होगी: PM pic.twitter.com/xtpklA4AcH
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 7, 2020
आज आप भी देख रहे हैं कि भारत निस्वार्थ भाव से,बिना किसी भेद के अपने यहां भी और पूरे विश्व में कहीं भी संकट में घिरे व्यक्ति के साथ पूरी मज़बूती से खड़ा है।
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आज आप भी देख रहे हैं कि भारत निस्वार्थ भाव से,बिना किसी भेद के अपने यहां भी और पूरे विश्व में कहीं भी संकट में घिरे व्यक्ति के साथ पूरी मज़बूती से खड़ा है: PM मोदी https://t.co/hgqai9xFUp pic.twitter.com/pW6yIeFPzD
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 7, 2020
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बुद्ध त्याग और तपस्या की सीमा है, बुद्ध सेवा और समर्पण का पर्याय है। बुद्ध वो है जो स्वयं को तपा कर, खुद को न्यौछावर कर पूरी दुनिया में आनंद फैलाने के लिए समर्पित है। इस समय हम अपने आसपास ऐसे अनेके लोगों को देख रहे हैं जो दूसरों की सेवा के लिए 24 घंटों काम कर रहे हैं।