बांग्लादेश में मौजूदा अशांति के बीच ‘हाई अलर्ट’ पर है बीएसएफ |

बांग्लादेश में मौजूदा अशांति के बीच ‘हाई अलर्ट’ पर है बीएसएफ

बांग्लादेश में मौजूदा अशांति के बीच ‘हाई अलर्ट’ पर है बीएसएफ

:   Modified Date:  July 21, 2024 / 07:39 PM IST, Published Date : July 21, 2024/7:39 pm IST

अगरतला, 21 जुलाई (भाषा) सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) पड़ोसी देश बांग्लादेश में मौजूदा अशांति के कारण उत्पन्न होने वाली किसी भी स्थिति से निपटने के लिए ‘हाई अलर्ट’ पर है। एक शीर्ष अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।

पड़ोसी देश में आरक्षण विरोधी आंदोलन में 100 से अधिक लोग मारे गए हैं, जिसके कारण सरकार को अस्थिर स्थिति से निपटने के लिए ‘कर्फ्यू’ लगाना पड़ा है।

बीएसएफ, त्रिपुरा फ्रंटियर के महानिरीक्षक पटेल पीयूष पुरुषोत्तम दास ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘बांग्लादेश में मौजूदा कानून-व्यवस्था की स्थिति बीएसएफ के लिए भी सुरक्षा संबंधी चिंता का विषय है, क्योंकि हमें अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा का दायित्व सौंपा गया है। हम स्थिति से पूरी तरह अवगत हैं और हमने सुरक्षा बढ़ा दी है, ताकि सीमा पार से आपराधिक तत्व मौजूदा स्थिति का फायदा न उठा सकें।’’

उन्होंने कहा कि उच्च स्तर की तैयारियां सुनिश्चित करने के लिए बड़ी संख्या में जवानों और सभी वरिष्ठ कमांडरों को सीमा पर भेजा गया है।

दास ने कहा कि वर्तमान में प्रमुख चिंताओं में से एक बांग्लादेश में पढ़ रहे भारतीय छात्रों की सुरक्षित वापसी है।

उन्होंने कहा, ‘‘बांग्लादेश में भारतीय छात्रों की संख्या करीब 8,000 है और उनमें से अधिकतर मेडिकल कॉलेजों में नामांकित हैं। अधिकतर छात्र कोमिला, ब्राह्मणबारिया और ढाका के मेडिकल कॉलेजों में पढ़ रहे हैं तथा अनेक छात्रों ने त्रिपुरा के रास्ते भारत में प्रवेश करने का विकल्प चुना है।’’

बांग्लादेश में अध्ययनरत 66 नेपाली छात्रों सहित कुल 314 छात्र रविवार को पूर्वोत्तर राज्य की सीमा के माध्यम से भारत आए, जबकि 19 और 20 जुलाई को 379 छात्र पड़ोसी देश से भारत आए थे। हिंसा प्रभावित बांग्लादेश से अब तक कुल 693 छात्रों को सुरक्षित निकाला जा चुका है।

महानिरीक्षक ने छात्रों को निकालने में सहयोग देने के लिए बीजीबी (बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश) को भी धन्यवाद दिया।

दास ने कहा, ‘‘मैं बीजीबी का बहुत आभारी हूं, जिसने मौजूदा कानून-व्यवस्था की स्थिति और अपनी कड़ी प्रतिबद्धता के बावजूद अगरतला तक परिवहन और सुरक्षित मार्ग (छात्रों को) उपलब्ध कराकर हमारी मदद की है। यह सब सहजता से और बहुत ही पेशेवर तरीके से किया गया। यह बीएसएफ और बीजीबी के बीच मौजूद सहयोग और अच्छे संबंधों का प्रमाण है।’’

भाषा

योगेश नेत्रपाल

नेत्रपाल

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)