नईदिल्ली। दिवंगत रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) में टूट हो गई है, पार्टी के पांचों सांसदों ने राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान को सभी पदों से हटा दिया है। साथ ही चिराग के चाचा पशुपति कुमार पारस को अपना नेता चुन लिया है। उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ संसदीय दल के नेता का जिम्मा भी सौंपा गया है। इसके साथ ही लोजपा सांसद पशुपति कुमार पारस, चौधरी महबूब अली कैसर, वीणा सिंह, चंदन सिंह और प्रिंसराज की चिराग से राहें अलग हो गई हैं। पार्टी में इस टूट की वजह भाजपा और जदयू के बीच चिराग को लेकर जारी टकराव को माना जा रहा है।
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रविवार देर शाम लोजपा सांसदों की बैठक में इस फैसले पर मुहर लग गई है। पांचों सांसदों ने अपने फैसले की जानकारी लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला को भी दी। सांसदों ने उन्हें इस संबंध में आधिकारिक पत्र भी सौंपेंगे । सोमवार को ये सांसद चुनाव आयोग को भी इसकी जानकारी देंगे। उसके बाद अपने फैसलों की आधिकारिक घोषणा भी करेंगे।
दिल्ली: लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान पार्टी के सांसद और चाचा पशुपति कुमार पारस के आवास पर उनसे मिलने पहुंचे। pic.twitter.com/3YX2DlzFBb
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 14, 2021
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चिराग की लोजपा टूटी तो पार्टियों ने उन पर हमला शुरू कर दिया है। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने इस टूट को चिराग की करनी का नतीजा बताया तो हम के जीतन राम मांझी ने इसे नीतीश से टरकाने का नतीजा बताया है। लेकिन चिराग के लिए सबसे ज्यादा दर्द देनेवाला बयान भाजपा का है। भाजपा ने लोजपा की इस टूट के लिए चिराग को ही दोषी ठहराया है।
पशुपति कुमार पारस को सर्वसम्मति से लोकसभा में लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) संसदीय दल का नेता चुना गया।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 14, 2021
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