Boycott Maldives Trend: पीएम मोदी पर टिप्पणी बना "स्वाभिमान का सवाल".. अकेले 2 लाख से ज्यादा भारतीय मनाते हैं मालदीव में छुट्टी, अब कर रहे बहिष्कार |Boycott Maldives Trend

Boycott Maldives Trend: पीएम मोदी पर टिप्पणी बना “स्वाभिमान का सवाल”.. अकेले 2 लाख से ज्यादा भारतीय मनाते हैं मालदीव में छुट्टी, अब कर रहे बहिष्कार

Edited By :   Modified Date:  January 7, 2024 / 08:14 PM IST, Published Date : January 7, 2024/8:02 pm IST

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्ष्यद्वीप दौरे को लेकर मालदीव सरकार के तीन मंत्रियों ने प्रधानमंत्री पर आपत्तिजनक टिप्पणियां की थी। अपने कमेंट्स में उन्होंने भारतीय प्रधानमंत्री को जोकर तक कह डाला था। ऐसा करने वालों में मालदीव सरकार के तीन मंत्री मरियम शिउना, मालशा शरीफ और महज़ूम माजिद शामिल हैं। हालांकि अब मालदीव्स के राष्ट्रपति ने तीनो ही मंत्रियों को बर्खास्त कर डैमेज कंट्रोल की कोशिश की हैं बावजूद इसके मालदीव के लिए मुश्किलें बढ़ चुकी हैं। भारत में मालदीव को लेकर मोर्चा खोल दिया गया है। लोग अब मालदीव का दौरा भी रद्द कर रहे हैं। वही प्रधानमंत्री के खिलाफ दिए गए इस बयान से बॉलीवुड और क्रिकेट जगत के हस्ती में खासे नाराज हैं।

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पठान ने जताई निराशा

पीएम के खिलाफ हु इस बयानबाजी के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी इरफ़ान पठन ने भी अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी हैं। उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा हैं कि 15 साल की उम्र से दुनिया भर की यात्रा करने के बाद, मैं जिस भी नए देश का दौरा करता हूं, वह भारतीय होटलों और पर्यटन द्वारा दी जाने वाली असाधारण सेवा में मेरे विश्वास को मजबूत करता है। प्रत्येक देश की संस्कृति का सम्मान करते हुए, मेरी मातृभूमि के असाधारण आतिथ्य के बारे में नकारात्मक टिप्पणियाँ सुनना निराशाजनक है।”

रैना ने भी दी प्रतिक्रिया

इसी तरह से पूर्व खिलाड़ी सुरेश रैना ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी हैं। उन्होंने एक्स अकाउंट पर दो पोस्ट करते हुए पीएम के खिलाफ हुई बयानबाजी की निंदा की हैं। रैना ने लिखा “मैंने मालदीव में प्रमुख सार्वजनिक हस्तियों की टिप्पणियाँ देखीं, जिनमें भारतीयों के प्रति घृणास्पद और नस्लवादी टिप्पणियाँ व्यक्त की गई थीं। ऐसी नकारात्मकता देखना निराशाजनक है, खासकर यह देखते हुए कि भारत उनकी अर्थव्यवस्था, संकट प्रबंधन और कई अन्य पहलुओं में महत्वपूर्ण योगदान देता है।

कई बार मालदीव का दौरा करने और हमेशा इस गंतव्य की सुंदरता के लिए प्रशंसा व्यक्त करने के बाद, मेरा मानना है कि हमारे आत्म-सम्मान को प्राथमिकता देना महत्वपूर्ण है। हाल की घटनाओं के आलोक में, आइए एकजुट हों और अपने जीवंत पर्यटन उद्योग का समर्थन करते हुए एक्सप्लोर इंडियन आइलैंड्स को चुनें। यह हमारे अपने द्वारा प्रदान किए गए समृद्ध अनुभवों का जश्न मनाने और उनकी सराहना करने का समय है।”

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2 लाख से ज्यादा पर्यटक

गौरतलब हैं की पीएम मोदी ने पिछले दिनों लक्ष्यद्वीप का दौरा किया था। यहाँ से जुड़े फोटो उन्होंने अपने सोशल मीडीया पर भी साझा किये थे। पीएम ने लिखा था कि जो लोग ‘रोमांच पसंद करते हैं उन्हें लक्षद्वीप जरूर आना चाहिए।’ इस तरह उन्होंने लक्ष्यद्वीप के पर्यटन को प्रमोट भी किया था। बीबीसी के रिपोर्ट की माने तो भारत से करीब दो लाख से ज्यादा लोग हर साल मालदीव की यात्रा करते हैं। मालदीव में मौजूद भारतीय हाई कमीशन के मुताबिक साल 2022 में 2 लाख 41 हजार और 2023 में करीब 2 लाख लोगों ने मालदीव की यात्रा की। ऐसे में अब जब सोशल मीडिया पर लगातार मालदीव के बहिष्कार को लेकर चर्चा छिड़ चुकी हैं तो इसका सीधा असर मालदीव के पर्यटन पर देखने को मिल सकता हैं।

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