तमिलनाडु। मदुरै की पूर्णा सुंदरी देख नहीं सकतीं लेकिन इसके बावजूद उन्होंने इस वर्ष अपने सिविल सेवा परीक्षा पास करने के अपने सपने को पूरा किया। उन्हें अपने चौथे प्रयास में इस वर्ष 286वीं रैंक मिली है।
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इस सफलता पर पूर्णा ने बताया कि 2018 में उन्हें बैंक क्लर्क की नौकरी मिली। काम के दौरान सुबह और शाम को वे पढ़ा करती थी। मेंस और इंटरव्यू के दौरान बैंक से छुट्टी ली और अपनी पढ़ाई पर फोकस किया। तब जाकर ये सफलता उन्हें मिली है।
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आंखों में रोशनी न होने के बावजूद जिस तरह अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए जोश, दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत से उन्होंने सफलता पाई है, युवाओं के लिए एक नजीर बन गई हैं।
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पूर्णा ने इस साल यूपीएससी परीक्षाओं में 286 वीं रैंक हासिल की है। इसके बाद दो दिनों से उन्हें बधाई देने वालों का सिलसिला थम नहीं रहा है। बता दें कि 25 वर्षीय पूर्णा दृष्टिहीन हैं।
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तैयारी के दौरान उन्हें कई बाधाओं का सामना करना पड़ा। उन्होंने बताया कि उनकी कई ऑडियो फॉर्म में उपलब्ध नहीं थीं। लेकिन उनके परिवार ने उनका जिस तरह से तैयारी में साथ दिया उसी के कारण वो UPSC परीक्षा निकाल पाई हैं।
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