कोलकाता, 12 मार्च (भाषा) पश्चिम बंगाल में विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों ने बुधवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ‘फर्जी हिंदुत्व’ वाली टिप्पणी के विरोध में राज्य विधानसभा से बहिर्गमन किया।
विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के यह कहने के एक दिन बाद कि यदि भाजपा सत्ता में आती है तो तृणमूल कांग्रेस के मुस्लिम विधायकों को पश्चिम बंगाल विधानसभा से बाहर कर दिया जाएगा, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा पर राज्य में ‘‘फर्जी हिंदुत्व’’ लाने का आरोप लगाया।
भाजपा के मुख्य सचेतक शंकर घोष के नेतृत्व में भाजपा के लगभग 25 विधायकों ने विधानसभा के मुख्य द्वार के बाहर प्रदर्शन किया और दावा किया कि काले कपड़े पहने एक बाहरी व्यक्ति – जो संभवत: पुलिस की विशेष शाखा से संबंधित है या तृणमूल कांग्रेस का ‘गुंडा’ है – दीर्घा में मौजूद था।
ममता बनर्जी सरकार के कथित कुशासन और तानाशाही के खिलाफ विरोध जताने के लिए भाजपा के सभी सदस्यों ने सदन में काले कपड़े पहनकर मौजूदा सरकार पर सदन में ‘‘विपक्ष की आवाज दबाने’’ का आरोप लगाया।
घोष ने कहा कि दीर्घा में मौजूद अजनबी व्यक्ति ने भी काले कपड़े पहन रखे थे और वह खुद को भाजपा सदस्य बता रहा था।
उन्होंने कहा, ‘‘जब उसे बाहरी व्यक्ति के रूप में पहचाना गया तो अध्यक्ष को उसके बारे में सूचित किया गया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। वह अजनबी व्यक्ति भागने में सफल हो गया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कौन गारंटी दे सकता है कि उसे किसी ऐसे व्यक्ति ने नहीं भेजा है जिसका हमें नुकसान पहुंचाने का कोई गुप्त मंसूबा हो?’’
घोष ने यह भी दावा किया कि दीर्घा में मौजूद अजनबी व्यक्ति से सुरक्षा को भी खतरा हो सकता है, क्योंकि मुख्यमंत्री सदन में मौजूद थीं।
विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी भी धरना स्थल पर पहुंचे और उन्होंने इसकी जांच की मांग की।
भाषा देवेंद्र पवनेश
पवनेश
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