जयपुर, 10 जनवरी (भाषा) पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि राज्य की मौजूदा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार उनकी सरकार की ओर से कराए गए कार्यों को रोककर बैठी है और उनका उद्घाटन नहीं कर रही।
गहलोत ने ‘एक्स’ पर एक बयान में कहा,‘‘भाजपा सरकार श्रेय लेने के लिए हमारी सरकार के कामों को रोक कर बैठी है।’’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा,‘‘राजस्थान में उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए हमने प्रदेश में नई पीढ़ी के लिए नए अवसर देने के लिए ‘पेशेवर पाठ्यक्रम’ वाले संस्थान खोले जिनमें हरिदेव जोशी पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, राजीव गांधी फिनटेक डिजिटल यूनिवर्सिटी, डॉ. भीमराव आंबेडकर विधि विश्वविद्यालय, मारवाड़ मेडिकल यूनिवर्सिटी, महात्मा गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ गवर्नेंस एंड सोशल साइंसेज शामिल हैं। लेकिन नई सरकार के आने के बाद इनकी प्रगति पर रोक सी लगा दी गई है।’
उन्होंने कहा कि हरिदेव जोशी विश्वविद्यालय का नया भवन जयपुर के दहमी कलां में तैयार है, परन्तु इसे खासा कोठी से वहां शिफ्ट नहीं किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार द्वारा विश्वविद्यालय में शैक्षणिक एवं अशैक्षणिक कर्मचारियों की भर्ती को मंजूरी दी गई थी, परन्तु अभी तक भर्ती नहीं की जा सकी है।
गहलोत ने कहा कि यही स्थिति कमोबेश डॉ. भीमराव आंबेडकर विधि विश्वविद्यालय की है जो अपने नए भवन की बजाय शिक्षा संकुल से ही संचालित हो रहा है। उन्होंने सवाल किया कि विश्वविद्यालयों को शैक्षणिक आवश्यकताओं के अनुरूप बनाई गई इमारतों में क्यों नहीं शिफ्ट किया जा रहा है।
गहलोत के अनुसार, इसी तरह जयपुर के जेएलएन मार्ग पर महात्मा गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ गवर्नेंस एंड सोशल साइंसेज की इमारत भी तैयार है परन्तु इसका भी उद्घाटन नहीं किया जा रहा है। यह पुणे के टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज एवं एमआईटी स्कूल ऑफ गवर्नेंस की तर्ज पर बना संस्थान है। उन्होंने कहा कि इसे जल्द से जल्द शुरू करना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘वित्त और तकनीक को मिलाकर फिनटेक के रूप में नया आयाम सामने आया है। हमारे युवा इस क्षेत्र में भी पढ़ाई करके आगे बढ़ सकें, इसलिए हमने जोधपुर में राजीव गांधी फिनटेक डिजिटल इंस्टिट्यूट बनाया। इस संस्थान का बाकी काम जल्द से जल्द पूरा कराकर इसे शुरू करना चाहिए।’’
गहलोत के अनुसार ये सभी संस्थान पूरे देश में अपनी तरह के पहले संस्थान हैं। इनकी शुरुआत होने से देशभर में राजस्थान का नाम होगा। उन्होंने कहा,‘‘मुझे लगता है कि नई सरकार को किसी ने राय दी है कि जल्दी इनका उद्घाटन करने से श्रेय पिछली सरकार को मिल जाएगा। इसलिए इनका उद्घाटन अटकाकर रखना चाहिए जिससे जनता को लगे कि ये निर्माण कार्य इस सरकार के कार्यकाल में हुए हैं।’’
पूर्व मुख्यमंत्री ने लिखा,‘‘मैं मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से कहना चाहता हूं कि हमें इन कामों का कोई श्रेय नहीं चाहिए। हमें बस राज्य के युवाओं के हित से सरोकार है। इसलिए इनका उद्घाटन जल्द से जल्द करना चाहिए।’’
भाषा पृथ्वी संतोष
संतोष
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