राज्यसभा में मोदी के भाषण के दौरान बीजद ने दिया विपक्ष का साथ, वाईएसआरसीपी सरकार के साथ |

राज्यसभा में मोदी के भाषण के दौरान बीजद ने दिया विपक्ष का साथ, वाईएसआरसीपी सरकार के साथ

राज्यसभा में मोदी के भाषण के दौरान बीजद ने दिया विपक्ष का साथ, वाईएसआरसीपी सरकार के साथ

:   Modified Date:  July 3, 2024 / 04:39 PM IST, Published Date : July 3, 2024/4:39 pm IST

नयी दिल्ली, तीन जुलाई (भाषा) नरेन्द्र मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में संसद के पहले सत्र में किसी भी गठबंधन में नहीं शामिल दो प्रमुख क्षेत्रीय दलों ने अलग-अलग राजनीतिक रुख अपनाया।

बीजू जनता दल (बीजद) ने जहां सत्ता पक्ष के खिलाफ विपक्ष का साथ दिया, वहीं वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) सदन में प्रदर्शन से दूर रही और उसने सरकार का साथ दिया।

दोनों ही दलों को हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव में बड़ी हार का सामना करना पड़ा है और वे अपने-अपने राज्यों में सत्ता से बाहर हो चुके हैं।

दोनों ने केंद्र में मोदी सरकार के पिछले कार्यकाल में संसद में महत्वपूर्ण विधायी कामकाज में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का समर्थन किया था।

आंध्र प्रदेश की वाईएसआरसीपी और ओडिशा की बीजद की राज्यसभा में बड़ी उपस्थिति बनी हुई है, जहां भाजपा के नेतृत्व वाले राजग के पास बहुमत नहीं है, और अनेक मुद्दों पर इन दलों का रुख शक्ति संतुलन को बदल सकता है।

बीजद नेता और राज्यसभा सदस्य सस्मित पात्रा के नेतृत्व में उनकी पार्टी के सांसदों ने बुधवार को राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जवाब के दौरान विपक्षी दलों के साथ वॉकआउट किया।

प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर सदन में लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दे रहे थे।

पात्रा ने कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण में और धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा पर मोदी के जवाब में ओडिशा के लिए विशेष राज्य के दर्जे की उनकी पार्टी की लंबे समय से जारी मांग पर कोई बात नहीं कही गई।

उन्होंने कहा कि पूर्वी राज्य में कोयला रॉयल्टी, और राजमार्ग, रेलवे तथा दूरसंचार के नेटवर्क को बढ़ाने की उनकी पार्टी की मांग भी अभिभाषण में नहीं झलकी।

ओडिशा में नवीन पटनायक नीत बीजद सरकार हाल में सत्ता से बाहर हो गई और भाजपा ने राज्य में सरकार बनाई। पटनायक 24 साल से राज्य की सत्ता में थे।

पात्रा ने विपक्षी सदस्यों के वाकआउट के बाद ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘यह प्रधानमंत्री का एक और वैसा ही उत्तर था, जिसमें उनकी सरकार की वही उपलब्धियां गिनाई जा रही थीं। जब ओडिशा के लोगों की आकांक्षाओं और मांगों पर कोई विचार नहीं हो रहा तो बैठने का कोई मतलब नहीं है।’’

राज्यसभा में बीजद के नौ सदस्य हैं, वहीं वाईएसआरसीपी के 11 सदस्य हैं। लोकसभा में इस बार बीजद का कोई सांसद चुनकर नहीं आया, वहीं निचले सदन में वाईएसआरसीपी के चार सदस्य हैं।

राज्यसभा में वाईएसआरसीपी के नेता वी विजयसाई रेड्डी ने मंगलवार को लोकसभा में प्रधानमंत्री मोदी के जवाब के दौरान प्रदर्शन के विपक्षी दलों के फैसले की निंदा की थी।

उन्होंने कहा कि धन्यवाद प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री के जवाब को धैर्य से सुना जाना चाहिए था क्योंकि वह विभिन्न सांसदों द्वारा उठाए गए प्रश्नों पर ही जवाब दे रहे थे।

भाषा वैभव माधव

माधव

 

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