बीजद के तथ्यान्वेषी दल ने ओडिशा में पोलावरम परियोजना के प्रभाव पर पटनायक को रिपोर्ट सौंपी |

बीजद के तथ्यान्वेषी दल ने ओडिशा में पोलावरम परियोजना के प्रभाव पर पटनायक को रिपोर्ट सौंपी

बीजद के तथ्यान्वेषी दल ने ओडिशा में पोलावरम परियोजना के प्रभाव पर पटनायक को रिपोर्ट सौंपी

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Modified Date: August 13, 2024 / 09:39 AM IST
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Published Date: August 13, 2024 9:39 am IST

भुवनेश्वर, 13 अगस्त (भाषा) ओडिशा में विपक्षी बीजू जनता दल (बीजद) ने आंध्र प्रदेश की पोलावरम परियोजना के प्रभाव पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि केंद्र द्वारा इसके लिए हाल ही में किए गए बजट आवंटन और फरवरी 2026 तक इसे पूरा करने की प्रतिबद्धता ने पूर्वी राज्य में मलकानगिरी जिले के आदिवासी समुदाय के लोगों में भय पैदा कर दिया है।

पूर्व मंत्री अतनु एस नायक की अध्यक्षता में बीजद के तथ्यान्वेषी दल ने जिले के मोटू और पोडिया तहसीलों का दौरा करने के बाद पार्टी अध्यक्ष नवीन पटनायक को यह जानकारी दी।

टीम ने परियोजना के कारण जिले पर पड़ने वाले संभावित प्रभाव का आकलन किया।

पटनायक को सौंपी अपनी रिपोर्ट में टीम ने कहा कि स्थानीय समुदायों में इस परियोजना को लेकर काफी चिंताएं और शिकायतें हैं।

उसने कहा, ‘‘परियोजना के कारण क्षेत्र के डूबने की आशंका से मोटू और पोडिया प्रखंड के निवासियों को अपने जीवन, आजीविका और सांस्कृतिक विरासत पर गंभीर खतरा होने का डर सता रहा है।’’

टीम ने कहा, ‘‘केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में किए गए बजट आवंटन और फरवरी 2026 तक परियोजना को पूरा करने की केंद्र की प्रतिबद्धता ने मोटू और पोडिया प्रखंड के लगभग 200 गांवों के आदिवासी लोगों के मन में भय और चिंता पैदा कर दी है।’’

पोलावरम परियोजना प्राधिकरण (पीपीए) के अनुसार बहुउद्देशीय सिंचाई परियोजना का उद्देश्य 4.3 लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई करना, 960 मेगावाट जलविद्युत उत्पादन करना तथा 611 गांवों के लगभग 30 लाख लोगों को पेयजल की आपूर्ति करना है।

भाषा

खारी वैभव

वैभव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)