जम्मू, 14 जून (भाषा) जम्मू-कश्मीर में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने शुक्रवार को दावा किया कि उसने एक बड़े घोटाले का पर्दाफाश किया है, जिसमें भू-माफिया द्वारा अधिकारियों की मिलीभगत से 28 एकड़ से अधिक जमीन हड़पी गई है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
एसीबी-जम्मू के उप महानिरीक्षक विकास गुप्ता ने यहां संवाददाताओं को बताया कि सरकारी अधिकारियों सहित आरोपियों के खिलाफ पांच प्राथमिकी दर्ज की गई हैं और घोटाले में शामिल 16 लोगों के परिसरों पर छापेमारी चल रही है।
विकास गुप्ता ने कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के कई शरणार्थियों को, जिन्हें 1955-56 में बसने के लिए कुछ जमीन आवंटित की गई थी, षड्यंत्रकारियों द्वारा वहां भेजा गया था। इस अवसर पर एसीबी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (मध्य) सुरेन्द्र कुमार शर्मा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
इस मामले की जांच का नेतृत्व कर रहे सुरेन्द्र कुमार शर्मा ने कहा कि जम्मू जिले के असरवान, मिश्रीवाला और भलवाल क्षेत्र में 225 कनाल संरक्षक भूमि को भू-माफिया ने संरक्षक, राजस्व और पुलिस विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से हड़प लिया है।
उन्होंने कहा कि अब तक तहसीलदारों, नायब तहसीलदारों और पटवारियों सहित आठ से 10 सेवारत और सेवानिवृत्त राजस्व अधिकारियों के नाम प्राथमिकी में दर्ज किए गए हैं।
भाषा रवि कांत दिलीप
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