Udaipur Murder Case : नई दिल्ली। 28 जुन को राजस्थान के उदयपुर में हुए कन्हैयालाल हत्याकांड के बाद पीड़ित परिवार के दो बेटों को सरकारी नौकरी दी गई। 28 जून को मालदास स्ट्रीट में हुए कन्हैयालाल हत्याकांड के बाद पीड़ित परिवार को संबंल देने वाली घोषणाओं को सरकार ने शुक्रवार को अमली जामा पहनाया। इससे पहले गहलोत सरकार ने कन्हैयालाल के दोनों बेटों को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की थी। जिसके बाद शुक्रवार को दोनों बेटों ने जिला कोष कार्यालय में विधिवत रूप से कोषाधिकारी के पद पर ग्रहण किया।
मिली जानकारी के अनुसार कन्हैयालाल के बड़े बेटे यश का कनिष्ठ सहायक कोषाधिकारी ग्रामीण और छोटे बेटे तरूण का कनिष्ठ सहायक कोषाधिकारी शहर के रूप में पदस्थापन दिया गया है। इससे पहले दोनों बेटों को मां ने घर से तिलक लगाकर और मुंह मीठा करवाकर विदा किया गया। मां ने कहा कि ‘सरकारी नौकरी उन्हें उनके पिता की मौत पर मिली है इसलिए इस बात का हमेशा ध्यान रखना कि किसी प्रकार का कोई गलत नहीं हो। अन्यथा उनके पिता की आत्मा को दुख होगा।’
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बता दें मृतक कन्हैयालाल के दोनाें बेटों ने काम पर जाने से पहले अपने पिता का आशीर्वाद लिया। उसके बाद पद ग्रहण किया। कन्हैयालाल के दोनों बेटे ने गहलोत सरकार की ओर से दी गई नौकरी के लिए सरकार का आभार जताया। इसके साथ ही यह भी कहा कि पिता की हत्या के मामले में एनआईए की ओर से जो जांच की जा रही है, उससे वे पूरी तरह संतुष्ट हैं। बता दें कन्हैयालाल के परिवार के सदस्यों को बस इस बात का इंतजार है कि दोनों हत्यारों को कब तक फांसी की सजा होती है। फांसी की सजा के बाद ही उनके पिता की आत्मा को शांति मिलेगी।
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