नई दिल्ली: Bhim Army Chief Chandrashekhar Exposed दलितों, पिछड़ों और बेरोजगारों के हक के लिए बेबाकी से आवाज उठाने वाले ‘भीम आर्मी’ के संस्थापक चंद्रशेखर आज़ाद ‘रावण’ लोकसभा चुनाव 2024 में नगीना सीट से चुनावी मैदान में हैं। चुनावी मैदान में उतरकर चंद्रशेखर आजाद ने प्रचार अभियान भी शुरू कर दिया है, लेकिन प्रचार अभियान के दौरान चंद्रशेखर मुसीबत में घिरते नजर आ रहे हैं। दरअसल स्विट्जरलैंड में Ph.D कर रहीं रोहिणी घावरी ने चंद्रशेखर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। रोहिणी ने तो ये भी दावा किया है कि चंद्रशेखर आज़ाद ‘रावण’ अपनी शादी के बारे में छिपा कर कई बहन-बेटियों की इज्जत के साथ खेल चुके हैं। बता दें कि रोहिणी मध्यप्रदेश के इंदौर के साफाई कर्मचारी की बेटी हैं और उन्होंने पहले ही खुलासा किया था कि वो चंद्रशेखर के साथ रिलेशनशिप में भी थी।
Bhim Army Chief Chandrashekhar Exposed रोहिणी ने अपने X अकाउंट पर एक वीडियो जारी करते हुए कहा है कि उन्होंने झूठे आंसू दिखा-दिखा कर उन्हें उन पर विश्वास करने के लिए मजबूर कर दिया। बकौल रोहिणी, ये उनकी गलती है कि ‘रावण’ को उन्होंने सच्चा आंदोलनकारी इंसान मान कर उनके साथ खड़ी हो गईं। रोहिणी का आरोप है कि चंद्रशेखर ने उस समाज के सामने उन्हें झूठा साबित कर दिया, जिसके लिए वो विदेश में रह कर भी सोचती हैं। उनका कहना है कि उन्होंने सच्ची लड़की होने की सज़ा भुगती, अकेले रह कर जिस मानसिक पीड़ा से उन्होंने खुद को संभाला उसके बारे में वो ही समझती हैं।
उन्होंने इस वीडियो के साथ लिखा, “अब कभी जीवन में किसी मर्द पर भरोसा नहीं कर पाऊंगी इसलिए शादी रिश्ते जैसी चीज़ो से बहुत दूर हो चुकी हूं। अब मेरा बचा हुआ जीवन देश और समाज को समर्पित। मैं झूठे आरोप झेल झेल के थक गई हूं अब जब भी कुछ अच्छा करती हूं लोग मेरा चीरहरण करना शुरू कर देते हैं। एक लड़की होने की खूब सज़ा मिल रही है मुझे। जैसे पूरा समाज बेवक़ूफ़ बन रहा है में भी बन गई। मैंने तो पूरी ईमानदारी से दूसरे देश में रहकर भी साथ निभाया था यही सोच के त्याग था की समाज के लिए दोनों मिलकर कुछ अच्छा करेंगे।”
बहुजन आंदोलन के नाम पर अपनी ही समाज की बेटियों के साथ छल किया जाये जब बेटियाँ आवाज़ उठाने की कोशिश करे तो उसे यह बोल कर चुप कर दो की वो समाज का नेता है उसे बदनाम मत होने दो !!
सवर्णों ने हमारे साथ ग़लत किया यह सब बतायेंगे लेकिन जब अपने ग़लत करे तो सब आवाज़ दबा देंगे !! मेरा समाज… pic.twitter.com/ujmjzNvePe— Rohini Ghavari ( रोहिणी ) (@RohiniGhavari11) April 21, 2024
रोहिणी घावरी ने बड़ा आरोप लगाया है कि चंद्रशेखर आज़ाद ‘रावण’ अपनी शादी के बारे में छिपा कर कई बहन-बेटियों की इज्जत के साथ खेल चुके हैं। उन्होंने कहा कि ये ‘महिला’ भी इसमें उसका साथ देती रही, क्योंकि आंदोलन से करोड़ों रुपए आ रहे थे। उन्होंने कहा कि पहले पता होता तो कितनी मासूम लड़कियों की ज़िंदगी बर्बाद होने से बच जाती। उन्होंने ‘रावण’ को छल-कपट-षड्यंत्र वाला व्यक्ति करार देते हुए कहा कि वो कभी दलित समाज का नेता नहीं बन सकता।
शादी छुपा कर ना जाने कितनी बहन बेटियों की इज़्ज़त के साथ खेलता रहा यह आदमी और यह औरत भी इसकी इस नौटंकी में शामिल रही क्योंकि करोड़ों रुपए जो मिल रहे थे इस आंदोलन से !!
पहले पता होता तो ना जाने कितनी मासूम लड़कियों की ज़िंदगी बर्बाद होने से बच जाती !!
झूठे आंशू दिखा दिखा कर समाज…— Rohini Ghavari ( रोहिणी ) (@RohiniGhavari11) April 21, 2024
रोहिणी घावरी वाल्मीकि समाज से आती हैं और खुद को दलितों का ठेकेदार बताने वाले कुछ नेताओं द्वारा ब्राह्मणों के प्रति घृणा फैलाए जाने से ताल्लुक नहीं रखती। उलटा उन्होंने बताया है कि वो वाल्मीकि समाज से आती हैं और ब्राह्मणों का उनके जीवन में बहुत योगदान है। उन्होंने बताया कि उनके शिक्षक शर्मा सर ने उन्हें 1 करोड़ रुपए की स्कॉलरशिप की जानकारी दी। स्विट्जरलैंड में जिस आभा ने उनका साथ दिया, वहाँ रहना सिखाया वो भी ब्राह्मण हैं।
यही झूठे आंशू दिखा दिखा कर मुझे विश्वास करने पर मजबूर कर दिया !! मेरी गलती सिर्फ़ इतनी थी की मैंने इन्हें सच्चा आंदोलनकारी इंसान मान लिया और साथ देने खड़ी हो गई !!
जिस समाज से में इतना प्यार करती हूँ विदेश में रहकर भी उनके लिए सोचती हूँ उन्ही नज़रों में मुझे झूठा साबित कर दिया… pic.twitter.com/udq9jpwySj— Rohini Ghavari ( रोहिणी ) (@RohiniGhavari11) April 21, 2024
रोहिणी घावरी संयुक्त राष्ट्र (UN) में भी संबोधन दे चुकी हैं। उन्होंने बताया था कि वहां भी जाने के लिए उनके एक पंडित अंकल ने उनका मार्गदर्शन किया। इसीलिए, वो कहती हैं कि वो ब्राह्मणों को गाली देकर एहसानफरामोशी नहीं कर सकतीं। बता दें कि वो UN में राम मंदिर को लेकर पाकिस्तान को खरी-खरी सुना चुकी हैं। उन्होंने ‘जय श्री राम’ का उद्घोष करते हुए कहा था कि दुनिया के हर हिन्दू के लिए राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा वाला दिन ऐतिहासिक है।
जेनेवा में रह रही रोहिणी घावरी शिक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने के साथ-साथ दलित समाज के लिए भी आवाज़ उठाती रहती हैं। वो बाबासाहब भीमराव आंबेडकर में श्रद्धा रखती हैं। भारत सरकार से उन्हें 1 करोड़ रुपए की स्कॉलरशिप प्राप्त हुई। रोहिणी घावरी ने भारत के ठेकेदारों की पोल खोलते हुए UN में बताया था कि भारत के प्रधानमंत्री OBC समाज से आते हैं, वहाँ के दलित ऑक्सफ़ोर्ड-हार्वर्ड में सरकारी सहायता से पढ़ते हैं, इसके बावजूद विदेशी संस्थाएँ भारत को गलत रूप में पेश करती हैं।