नयी दिल्ली, 14 जनवरी (भाषा) बेंगलुरु स्थित स्टार्टअप ‘दिंगतरा’ सुरक्षित अंतरिक्ष संचालन सुनिश्चित करने के लिए पृथ्वी की परिक्रमा करने वाली पांच सेंटीमीटर तक की छोटी वस्तुओं की निगरानी को लेकर दुनिया का पहला वाणिज्यिक उपग्रह प्रक्षेपित करने को तैयार है।
बाह्य अंतरिक्ष की निगरानी या स्थितिजन्य अंतरिक्ष जागरूकता (एसएसए) अंतरिक्ष यान की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि पृथ्वी के चारों ओर की कक्षाएं कृत्रिम उपग्रहों के साथ-साथ अंतरिक्ष संबंधी मलबे से भरी हुई हैं।
पिछले महीने, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) को कक्षा के मार्ग में ऐसे मलबों की अधिकता और रॉकेट के मार्ग के कारण स्पैडेक्स उपग्रहों के प्रक्षेपण में दो मिनट की देरी करनी पड़ी थी। कम से कम 25,000 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक की गति से पृथ्वी की परिक्रमा कर रहे अंतरिक्ष यान पर मलबे के एक टुकड़े का हल्का टकराव भी घातक साबित हो सकता है।
दिगंतरा का स्पेस कैमरा फॉर ऑब्जेक्ट ट्रैकिंग (एससीओटी) उपग्रह कैलिफोर्निया से मंगलवार मध्यरात्रि के करीब स्पेसएक्स के ‘ट्रांसपोर्टर-12 मिशन’ के जरिये प्रक्षेपित होने को तैयार है।
‘दिंगतरा एयरोस्पेस’ के संस्थापक एवं सीईओ (मुख्य कार्यकारी अधिकारी) अनिरुद्ध शर्मा ने कहा, ‘‘एससीओटी के जरिये हम निगरानी के क्षेत्र में श्रेष्ठता हासिल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठा रहे हैं, जिससे न केवल एक सुरक्षित और अधिक टिकाऊ अंतरिक्ष वातावरण सुनिश्चित होगा, बल्कि अंतरिक्ष डोमेन में बढ़ते विवाद के बीच संप्रभु संपत्ति की सुरक्षा भी होगी।’’
उन्होंने कहा कि एससीओटी का उद्देश्य अंतरिक्ष सुरक्षा को बढ़ाना, यातायात प्रबंधन को अनुकूल बनाना तथा राष्ट्रीय सुरक्षा पहलों को मजबूत करना है।
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