BAP Rajkumar Roat victory in Rajasthan: जयपुर। राजस्थान के आदिवासी बहुल इलाके में भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) ने ‘दोहरी’ जीत दर्ज कर सभी चौंका दिया है। बीएपी ने आम चुनाव में बांसवाड़ा लोकसभा पर जीत दर्ज करने के साथ ही राज्य की बागीदौरा विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भी बाजी मार ली है। दोनों ही सीट पर परिणाम मंगलवार को घोषित कर दिये गये थे। बांसवाड़ा लोकसभा सीट पर बीएपी के राजकुमार रोत ने जीत दर्ज की है जिन्होंने राज्य के पूर्व मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता महेंद्रजीत सिंह मालवीया को 2,47,054 मतों के अंतर से हराया।
रोत चौरासी सीट से विधायक हैं। इस जीत के साथ बीएपी ने संसदीय राजनीति में कदम रखा है और यह आदिवासी मतदाताओं के बीच पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता का संकेत है। बांसवाड़ा ही वह इलाका है जहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था, ‘‘अगर कांग्रेस केंद्र में सत्ता में आती है तो वह लोगों की संपत्ति मुसलमानों में समान रूप से पुन:वितरित कर देगी।’’ प्रधानमंत्री मोदी ने इस संबंध में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की उस टिप्पणी का हवाला दिया कि जिसमें उन्होंने कहा था कि देश के संसाधनों पर ‘पहला हक’ अल्पसंख्यक समुदाय का है।
बीएपी ने 2023 के राजस्थान विधानसभा चुनाव में तीन सीट जीतकर जोरदार प्रदर्शन किया। इस जीत को क्षेत्रीय राजनीति को नयी दिशा देने की इसकी संभावनाओं का संकेत माना जाता है। बीएपी की उत्पत्ति 2017 में गुजरात में छोटूभाई वसावा द्वारा स्थापित भारतीय ट्राइबल पार्टी से जुड़ी हुई है। रोत और रामप्रसाद डिंडोर ने 2018 का विधानसभा चुनाव इसी पार्टी से जीत था लेकिन वे सितंबर 2023 में बीएपी बनाने के लिए अलग हो गए।
बीएपी के उम्मीदवार जयकृष्ण पटेल ने मंगलवार को ही बागीदौरा विधानसभा उपचुनाव में 51,434 मतों के महत्वपूर्ण अंतर से जीत दर्ज की है। निर्वाचन आयोग के अनुसार पटेल को 1,22,573 मत मिले, वहीं भाजपा के उम्मीदवार सुभाष तंबोलिया को 71,139 मत हासिल हुए। कांग्रेस ने इस सीट पर बीएपी का समर्थन किया था। बागीदौरा विधानसभा सीट कांग्रेस के विधायक महेंद्रजीत मालवीया द्वारा अपने पद से इस्तीफा दिए जाने के कारण खाली हुई थी। मालवीया कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए और बांसवाड़ा सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ा। वहां भी उन्हें बीएपी के उम्मीदवार रोत के हाथों हार का सामना करना पड़ा।
BAP Rajkumar Roat victory in Rajasthan: राजनीतिक जानकारों के अनुसार आदिवासी बहुल इलाके के राजनीतिक पटल पर बीएपी का उदय राजस्थान के आदिवासी समुदायों की बढ़ती राजनीतिक आकांक्षाओं को दर्शाता है। इस जीत के साथ राजस्थान विधानसभा में बीएपी के विधायकों की संख्या चार हो गई है। दो सौ सीट वाली विधानसभा में फिलहाल भाजपा के 115, कांग्रेस के 69 और आठ निर्दलीय विधायक हैं। हालांकि रोत सहित पांच विधायक इस आम चुनाव में सांसद बन गए हैं ऐसे में यह आंकड़ा बदल जाएगा।
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