Banda Shahzadi Abu Dhabi Case/ Image Credit: Pixabay
बांदा। Banda Shahzadi Abu Dhabi Case: उत्तरप्रदेश के बांदा जिले की शहजादी को आज यानी रविवार को दुबई की अबू धाबी के जेल में फांसी की सजा दी जाएगी। लेकिन ये जानकर हैरानी होगी कि यूपी की रहने वाली शहजादी दुबई कैसे पहुंची और उसे क्यों अबू धाबी जेल में फांसी दी सजा सुनाई गई। इन सब के पीछे की वजह क्या हैं? तो चलिए जानते हैं क्या इसकी पूरी कहानी।
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दरअसल, बांदा जिले के गोयरा मुगली गांव की रहने वाली शहजादी वर्ष 2021 में नौकरी के लिए अबू धाबी गई थी। उसे आगरा निवासी उजैर ने लग्जरी लाइफ का लालच देकर अबू धाबी भेजा था। वहां उसे एक दंपति फैज और नादिया के हवाले कर दिया गया। वहां शहजादी को उनके चार महीने के बच्चे की देखरेख की ज़िम्मेदारी सौंपी गई थी। एक दिन बच्चे की अचानक मौत हो गई। दंपति ने इस मौत का जिम्मेदार शहजादी को ठहराया। कोर्ट में केस दर्ज करा दिया गया। जिसके बाद शुक्रवार देर रात जेल प्रशासन ने उसकी आखिरी इच्छा के तहत घरवालों से फोन पर बात कराई।
इसमें शहजादी ने अपने माता-पिता को दिलाशा देते हुए कहा, अम्मी-अब्बू, परवरदिगार की यही मर्जी थी, आप रोना मत। यह आखिरी शब्द हैं। वहीं अबू धाबी की कोर्ट ने मामले की जांच के बाद शहजादी को दोषी मानते हुए फांसी की सजा सुनाई। शहजादी के पिता सब्बीर खान का कहना है कि, बच्चे की मौत गलत इलाज की वजह से हुई थी, लेकिन दंपति ने इसे कत्ल करार दे दिया। उन्होंने अपनी बेटी को बचाने के लिए सरकार और प्रशासन से कई बार अपील की, लेकिन कोई मदद नहीं मिली।
Banda Shahzadi Abu Dhabi Case: वहीं शहजादी की मौत के बाद परिवार में शोक की लहर दौड़ गई है और गांव में भी मातम का माहौल है। परिवार के लोग अब भी इस सजा को नकारते हुए अपनी बेटी को निर्दोष मानते हैं। शहजादी की दुखद घटना ने न सिर्फ उसके परिवार को ही नहीं, बल्कि पूरे गांव को भी झकझोर दिया है।