ओडिशा: बालासोर में शुक्रवार शाम को बड़ा ट्रेन हादसा हो गया। बहनागा बाजार स्टेशन पर पहले बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस और फिर उससे टकराकर कोरोमंडल एक्सप्रेस की बोगियां पटरी से उतर गईं। इसके बाद एक मालगाड़ी भी उनसे टकरा गई। इस दिल दहला देने वाले हादसे में अब तक 238 यात्रियों की मौत हो चुकी है। वहीं, 900 से अधिक घायल हैं। (Bahanaga Train Accident News Hindi) पीएम नरेंद्र मोदी ने भी प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतकों के परिजनों को 2 लाख और घायलों को 50 हजार रुपये मुआवजे का ऐलान किया है। वे खुद भी घायलों से भेंट करने ओडिशा का दौरा करेंगे।
Bahanaga train accident: घटनास्थल जाएंगे पीएम मोदी, कटक के अस्पताल में घायलों से करेंगे मुलाकात
इस पूरे हादसे के बाद अब सवाल उठाने लगा हैं की क्या यह पूरा हादसा टाला जा सकता था? क्या इस हादसे के पीछे किसी तरह की लापरवाही हैं या फिर तकनिकी वजहों से ट्रेने आपसे में टकराई हैं? बहरहाल इन सवालों का जवाब तो रेलवे की जाँच में ही मिल पायेगा लेकिन अभी पूरा फोकस राहत और बचाव कार्य पर हैं। कोशिश ये हैं की घायलों को जल्द उपचार मिल सके।
इस हादसे को लेकर लोगों के मन में एक बड़ा सवाल हैं की आखिर दो नहीं बल्कि तीन ट्रेने आपस में कैसे टकरा गई? क्योंकि पटरियों पर तो दो ही ट्रेने आमने-सामने होती हैं। (Bahanaga Train Accident News Hindi) वही भारतीय रेल का सिग्नल सिस्टम भी बेहद मजबूत और सुरक्षित समझा जाता हैं तो फिर कैसे ट्रेने आमने-सामने आ गई। तो चलिए समझते हैं की आखिर यह पूरा हादसा हुआ कैसे और ट्रेने आपसे में कैसे भिड़ गई? चलिए समझते हैं प्वाइट टू प्वाइंट..
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