ग्वालपाड़ा (असम), 30 जून (भाषा) असम के ग्वालपाड़ा जिले में रविवार को सरकारी जमीन पर कथित अतिक्रमण के चलते पांच व्यक्तियों के मकान ढहा दिए गए। ढहाये गए मकानों में बलात्कार और हत्या के तीन आरोपियों के मकान भी शामिल हैं। यह जानकारी अधिकारियों ने दी।
जिला प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, दुधनोई राजस्व क्षेत्र की सीमा अंतर्गत तंगाबारी गांव में कुछ व्यक्तियों ने सरकारी जमीन पर अपने मकान बनाए थे और उन्हें इन ढांचों को हटाने के लिए नोटिस दिए गए थे।
उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘चूंकि उन्होंने जमीन से कब्जा हटाने के नोटिस का पालन नहीं किया, इसलिए अतिक्रमण हटाने के लिए अभियान चलाया गया।’
दुधनोई परिक्षेत्र कार्यालय के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि दिन में जिन पांच लोगों के घर गिराए गए, उनमें से तीन पर मई में दो नाबालिग लड़कियों के साथ बलात्कार करने और इसके बाद हुई झड़प में एक युवक की हत्या में शामिल होने का आरोप है।
उन्होंने दावा किया, ‘हालांकि, इस कार्रवाई का मामले से कोई संबंध नहीं है। पुलिस द्वारा आपराधिक मामले की जांच की जा रही है। हमने सरकारी जमीन पर अतिक्रमण हटाने के लिए ही यह अभियान चलाया था।’
हालांकि, स्थानीय लोगों ने दावा किया कि कथित अतिक्रमणकारियों को शनिवार को नोटिस दिया गया था, न कि 15 दिन पहले जैसा कि प्रशासन ने कहा था।
भारी संख्या में पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में टिन की छत वाले कंक्रीट के घरों को गिराने के लिए बुलडोजर लगाये गए थे।
परिवार के सदस्यों को घरों से अपना सामान निकालकर ट्रैक्टर ट्रॉलियों में लादते हुए देखा गया और फिर वे इलाके से निकल गए।
तीन मई को, दो नाबालिग लड़कियों के साथ तीन लोगों ने कथित तौर पर बलात्कार किया था। इसके बाद, लड़कियों के गांव के लोगों और आरोपियों के बीच झड़प हो गई थी। झड़प में एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया था और 17 मई को उसकी मौत हो गई थी।
असम के पर्यटन मंत्री जयंत मल्ला बरुआ ने शनिवार को पीड़ित युवक के घर गए थे और पत्रकारों से कहा कि इस तरह के हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।
भाषा
अमित देवेंद्र
देवेंद्र
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