असम: डिब्रूगढ़ के शोधकर्ताओं ने पनबिजली टरबाइन का पेटेंट कराया |

असम: डिब्रूगढ़ के शोधकर्ताओं ने पनबिजली टरबाइन का पेटेंट कराया

असम: डिब्रूगढ़ के शोधकर्ताओं ने पनबिजली टरबाइन का पेटेंट कराया

:   Modified Date:  September 12, 2024 / 04:32 PM IST, Published Date : September 12, 2024/4:32 pm IST

गुवाहाटी, 12 सितंबर (भाषा) डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (डीयूआईईटी) के दो शोधकर्ताओं ने एक पनबिजली टरबाइन का पेटेंट कराया है, जिसे नदियों और झरनों जैसे उथले जल निकायों से बिजली उत्पन्न करने के लिए तैयार किया गया है।

विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के शोधकर्ताओं प्रांजल सरमा और सिद्धार्थ शंकर सरमा को इस साल की शुरुआत में उथले जल निकायों से बिजली उत्पन्न करने के लिए तैयार पनबिजली टरबाइन की खातिर पेटेंट मिला है।

उन्होंने कहा कि पनबिजली टरबाइन को ‘उथले जल प्रवाह में बिजली उत्पन्न करने के लिए टरबाइन उपकरण’ का नाम दिया गया है और यह नवीकरणीय ऊर्जा के दोहन में काफी सहायक होगा।

विश्वविद्यालय के संकाय सदस्य प्रांजल सरमा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि इस टरबाइन का उद्देश्य बिजली उत्पन्न करने के लिए बड़े बांधों की आवश्यकता को खत्म कर बदलाव लाना है।

उन्होंने कहा कि इस टरबाइन से पारंपरिक चुनौतियों – जल प्रवाह की आवश्यकता, महंगे बांध निर्माण आदि से निपटने में मदद मिलेगी।

सरमा ने कहा, ”हमारा टरबाइन अद्वितीय है क्योंकि इसके लिए बड़े बांधों के निर्माण की आवश्यकता नहीं है, यह उथले जल निकायों वाले क्षेत्रों के लिए प्रभावी समाधान है।”

भाषा प्रीति अविनाश

अविनाश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)