फोन टैपिंग मामले में अशोक गहलोत के पूर्व ओएसडी से होगी पूछताछ |

फोन टैपिंग मामले में अशोक गहलोत के पूर्व ओएसडी से होगी पूछताछ

फोन टैपिंग मामले में अशोक गहलोत के पूर्व ओएसडी से होगी पूछताछ

:   Modified Date:  September 23, 2024 / 09:15 PM IST, Published Date : September 23, 2024/9:15 pm IST

जयपुर, 23 सितंबर (भाषा) दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत द्वारा दर्ज फोन टैपिंग मामले के सिलसिले में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पूर्व ओएसडी लोकेश शर्मा को फिर से पूछताछ के लिए बुलाया है।

इस बार की पूछताछ पूर्व मुख्यमंत्री के लिए चिंता का विषय हो सकती है क्योंकि शर्मा ने सार्वजनिक रूप से आरोप लगाया है कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और कुछ कांग्रेस नेताओं के बीच 2020 में राज्य की तत्कालीन कांग्रेस सरकार को ‘गिराने’ के बारे में कथित टेलीफोन बातचीत की क्लिप उन्हें खुद गहलोत ने दी थी।

शर्मा के दावे ने उनके पिछले रुख से बदलाव को दर्शाया कि उन्होंने सोशल मीडिया से तीन क्लिप प्राप्त की थीं और उन्हें समाचार संगठनों को भेज दिया था।

इस सार्वजनिक खुलासे के बाद, यह पहली बार है कि अपराध शाखा ने उन्हें तलब किया है।

उन्हें आखिरी बार पिछले साल अक्टूबर में तलब किया गया था, जब राज्य में कांग्रेस सत्ता में थी।

दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की एक टीम जयपुर पहुंची और रविवार को शर्मा को नोटिस थमाते हुए उन्हें 25 सितंबर को सुबह 11 बजे शाखा में पेश होने का निर्देश दिया।

इससे पहले अपराध शाखा उन्हें ई-मेल के जरिए नोटिस भेजती रही थी।

शर्मा ने पुष्टि की कि उन्हें नोटिस मिल गया है और वे उक्त तिथि और समय पर जांच में शामिल होने के लिए उपस्थित होंगे।

उन्होंने कहा, ‘मैं नोटिस में दिए गए निर्देश के अनुसार अपराध शाख के समक्ष पेश होऊंगा।’

इस साल अप्रैल में राजस्थान में लोकसभा चुनाव के सभी दो चरणों के मतदान समाप्त होने के बाद शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की छवि खराब करने की साजिश रचने, पायलट और अन्य कांग्रेस नेताओं के फोन सर्विलांस पर रखने, प्रश्नपत्र लीक में शामिल होने और पार्टी आलाकमान को अंधेरे में रखने का आरोप लगाया था।

उन्होंने कहा था कि अगर जांच एजेंसी द्वारा पूछा जाएगा तो वे अपने दावे के संबंध में अपने पास मौजूद सबूत मुहैया कराएंगे।

हालांकि, गहलोत ने उनके आरोपों से इनकार किया था।

जुलाई 2020 में राज्य में राजनीतिक संकट के दौरान फोन टैपिंग विवाद शुरू हुआ था, जब कांग्रेस राजस्थान में सत्ता में थी।

शेखावत और कांग्रेस नेताओं के बीच कथित टेलीफोन पर बातचीत के क्लिप तब सामने आए, जब गहलोत के खिलाफ पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और उनका समर्थन करने वाले 18 पार्टी विधायकों ने बगावत की थी।

शर्मा ने कथित तौर पर कांग्रेस सरकार को ‘गिराने’ के बारे में बातचीत वाली क्लिप प्रसारित की थी।

मार्च 2021 में, दिल्ली पुलिस ने शेखावत की शिकायत पर आपराधिक साजिश, आपराधिक विश्वासघात और अवैध रूप से टेलीफोन पर बातचीत को रोकने के आरोप में शर्मा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की।

शर्मा पिछले साल 10 अक्टूबर को आखिरी पूछताछ के साथ पांच बार अपराध शाखा के सामने पेश हुए हैं।

भाषा

कुंज, रवि कांत रवि कांत

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)