ईटानगर, 28 मार्च (भाषा) अरुणाचल प्रदेश के गृह मंत्री मामा नातुंग ने कहा कि राज्य सरकार जन सुरक्षा को बढ़ाने के लिए चरणबद्ध तरीके से राज्य के सभी कस्बों और शहरों में कृत्रिम मेधा (एआई)-संचालित कैमरे लगाएगी।
उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि राज्य सरकार ने असम और नगालैंड के साथ अंतर-राज्यीय सीमाओं पर असामाजिक तत्वों की आवाजाही और प्रतिबंधित वस्तुओं की तस्करी रोकने के लिए 22 ‘चेक-गेट’ पर एआई-संचालित सीसीटीवी कैमरे लगाने की प्रक्रिया पहले ही शुरू कर दी है।
उन्होंने कहा कि सरकार निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक सख्त कानून-व्यवस्था तंत्र को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है और पुलिस बल को मजबूत करने के लिए कई पहल की गई हैं।
नातुंग ने कहा, ‘‘हम जन सुरक्षा को बढ़ाने के लिए चरणबद्ध तरीके से सभी शहरों और कस्बों में अत्याधुनिक एआई-संचालित यातायात कैमरे और सीसीटीवी कैमरे लगाएंगे।’’
उन्होंने कहा कि सरकार ने हाल में अरुणाचल प्रदेश पुलिस, अरुणाचल प्रदेश पुलिस बटालियन, भारतीय रिजर्व बटालियन और अग्निशमन तथा आपातकालीन सेवाओं के 3,558 कर्मियों का मनोबल को बढ़ाने के लिए उन्हें ‘‘विशेष ग्रेड’’ पदोन्नति दी गई।
राज्य मंत्रिमंडल ने पिछले साल 28 अक्टूबर को पुलिस विभाग के मोटर परिवहन और दूरसंचार शाखा सहित उपरोक्त सभी विभागों के पुलिस कांस्टेबल, हेड कांस्टेबल और सहायक उप-निरीक्षकों को पदोन्नति प्रदान करते हुए प्रस्ताव को मंजूरी दी थी।
नातुंग ने कहा राज्य बजट में पश्चिम सियांग जिले के आलो में ‘सेकेंड आर्म्ड बटालियन’ मुख्यालय में बुनियादी ढांचे के उन्नयन का प्रस्ताव है, साथ ही इसके निकट बांदरदेवा में पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में अत्याधुनिक फॉरेंसिक केंद्र की स्थापना का भी प्रस्ताव है।
उन्होंने कहा, ‘‘सरकार की योजना 2029 तक चरणबद्ध तरीके से सभी जिलों में नए अग्निशमन केंद्र स्थापित करने की है। इस वर्ष वाकरो, चौखम, ह्युलियांग, मेबो, किमिन, देवमाली, मियाओ, लुंगला और कलाकटांग में अग्निशमन केंद्र स्थापित किए जाएंगे।’’
मंत्री ने इस बात पर बल दिया कि तीन नए आपराधिक कानूनों को लागू करने के लिए ‘मिशन कर्मयोगी’ के तहत पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
मादक पदार्थों के खतरे से निपटने को लेकर नातुंग ने कहा कि मुख्यमंत्री नशा मुक्ति योजना के तहत, सरकार मादक पदार्थ के दुरुपयोग से निपटने के लिए उपचार और पुनर्वास सहित एक बहुआयामी दृष्टिकोण अपना रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने पांच नशा मुक्ति केंद्र स्थापित किए हैं और अरुणाचल प्रदेश नशा मुक्ति सोसाइटी का गठन किया है। इसके अतिरिक्त, 2025-26 के बजट में दीर्घकालिक उपचार और पुनर्वास के लिए ईटानगर राजधानी क्षेत्र में सुसज्जित नशा मुक्ति और पुनर्वास केंद्र स्थापित करने का प्रस्ताव है।’’
उन्होंने कहा कि सरकार सभी जिलों के सरकारी अस्पतालों में नशे की लत के उपचार की सुविधाओं को मजबूत करने की भी योजना बना रही है।
भाषा खारी माधव
माधव
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