केरल में ‘विस्फोट-जैसी’ आवाजें सुनने के बाद करीब 300 लोग सुरक्षित स्थान पर ले जाए गए |

केरल में ‘विस्फोट-जैसी’ आवाजें सुनने के बाद करीब 300 लोग सुरक्षित स्थान पर ले जाए गए

केरल में ‘विस्फोट-जैसी’ आवाजें सुनने के बाद करीब 300 लोग सुरक्षित स्थान पर ले जाए गए

:   Modified Date:  October 30, 2024 / 02:46 PM IST, Published Date : October 30, 2024/2:46 pm IST

मलप्पुरम (केरल), 30 अक्टूबर (भाषा) केरल में मलप्पुरम जिले के अन्नाकल्लु इलाके में झटकों के साथ ‘‘विस्फोट-जैसी’’ आवाजें सुनने के बाद करीब 300 लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया।

पुलिस ने बुधवार को बताया कि ऐसी जानकारी है कि झटकों के साथ पहली आवाज रात सवा नौ बजे सुनी गयी और उसके बाद रात सवा दस बजे तथा 10 बजकर 45 मिनट पर आवाज सुनी गयी।

पुलिस ने बताया कि आवाज कथित तौर पर दो किलोमीटर के दायरे में सुनी गयी जिससे स्थानीय निवासियों के बीच दहशत फैल गयी।

पुलिस ने बताया कि 85 परिवारों के 287 लोगों को मंगलवार देर रात एक विद्यालय की इमारत में ले जाया गया।

स्थानीय निवासियों ने कहा कि उन्होंने अपने यहां ग्रेनाइट की खदानों से बार-बार सुनी जाने वाली तेज आवाजों के साथ-साथ लगातार झटके भी महसूस किए।

उन्होंने बताया कि इलाके में कुछ मकानों में दरारें भी देखी गयी हैं।

एक महिला ने कहा, ‘‘हमें अपने घर लौटने में डर लग रहा है। हमने लगातार विस्फोट-जैसी आवाजें सुनीं। हम बार-बार आवाजें सुनने के बाद अचानक अपने घरों से बाहर भागने लगे।’’

एक बुजुर्ग व्यक्ति ने कहा कि पिछले 10 दिनों से इलाके में ऐसी ही आवाजें सुनाई दे रही हैं।

पंचायत सदस्य ओमाना ने बताया कि उन्हें कुछ निवासियों ने फोन कर इस बारे में बताया था।

उन्होंने यहां बताया, ‘‘मेरे अलावा, गांव के अधिकारी और पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंची और इलाके की जांच की। फिर हमें दो मकानों में दरारें मिली। जब हमने फिर से तेज आवाज सुनी तो मैं इन लोगों को शिविर (विद्यालय) ले गयी।’’

उन्होंने बताया कि रात को गांव में ही रुके कुछ युवाओं ने कहा कि उन्होंने बुधवार को तड़के फिर से ऐसी ही आवाजें सुनीं।

एक पुलिस अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि पुलिस, राजस्व अधिकारी तथा स्थानीय प्रतिनिधि घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे और परिवारों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने की व्यवस्था की।

उन्होंने बताया कि ग्रामीणों ने बुधवार की सुबह अपने घरों की ओर लौटना शुरू कर दिया।

भाषा

गोला मनीषा

मनीषा

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)