जरुरत पड़ी तो सेना लड़ेगी, भारत से तनाव के बाद नेपाल के रक्षा मंत्री का बयान | Army will fight if required, Nepal's defense minister's statement after tensions with India

जरुरत पड़ी तो सेना लड़ेगी, भारत से तनाव के बाद नेपाल के रक्षा मंत्री का बयान

जरुरत पड़ी तो सेना लड़ेगी, भारत से तनाव के बाद नेपाल के रक्षा मंत्री का बयान

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Modified Date: November 29, 2022 / 08:14 PM IST
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Published Date: May 26, 2020 8:41 am IST

नई दिल्ली। कालापानी को लेकर नेपाल पर सेना प्रमुख के बयान पर नेपाल के उपप्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री ईश्वर पोखरेल ने प्रतिक्रिया दी है। पोखरेल के मुताबिक भारतीय सेना प्रमुख के बयान से नेपाली गोरखाओं की भावनाएं आहत हुई हैं जो लंबे समय से भारत के लिए बलिदान करते आए हैं।

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भारत के सेना प्रमुख एम.एम नरवणे ने 15 मई को एक बयान में कहा था कि कालापानी को लेकर नेपाल किसी और के इशारे पर विरोध कर रहा है। सेना प्रमुख का इशारा चीन की तरफ था। इस बयान को लेकर ईश्वर पोखरेल ने प्रतिक्रिया दी है।

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पोखरेल ने कहा, सेना प्रमुख के इस बयान से नेपाली गोरखाओं की भावनाएं भी आहत हुई हैं जो भारत की सुरक्षा के लिए अपनी जान देते आए हैं। उनके लिए गोरखा बल के सामने सिर ऊंचा कर खड़ा करना भी अब मुश्किल होगा। उन्होंने भारतीय सेना प्रमुख के बयान को राजनीतिक स्टंट करार दिया और कहा कि सेना प्रमुख से इस तरह के बयान की उम्मीद नहीं की जाती है।

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पोखरेल ने एक इंटरव्यू में कहा कि जनरल मनोज नरवणे का कूटनीतिक विवाद में चीन की तरफ इशारा करना निंदनीय है। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ती है तो नेपाली सेना लड़ाई भी करेगी।

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गौरतलब है कि 8 मई को दारचूला-लिपुलेख में भारत ने सड़क का उद्घाटन किया था जिसको लेकर नेपाल ने विरोध दर्ज कराया था। नेपाल इन इलाकों पर अपना दावा पेश करता रहा है। कुछ दिनों बाद ही सेना प्रमुख नरवणे ने बयान दिया कि लिंक रोड भारतीय क्षेत्र में है इसलिए नेपाल के पास विरोध करने की कोई वजह नहीं है।

 
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