नयी दिल्ली, 12 नवंबर (भाषा) भारतीय सेना के ‘प्रोजेक्ट आकाशतीर’ के अंतर्गत नियंत्रण एवं सूचना प्रणालियों को चरणबद्ध तरीके से शामिल करने की प्रकिया जारी है और कुल 455 प्रणालियों की आवश्यकता है, जिनमें 107 की आपूर्ति की जा चुकी है। आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
इस परियोजना का उद्देश्य अपने विमानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने तथा विवादित हवाई क्षेत्र में शत्रु विमानों से निपटने के लिए बल को सुव्यवस्थित नियंत्रण प्रदान करना है।
एक सूत्र ने कहा, ‘‘प्रोजेक्ट आकाशतीर के तहत चरणबद्ध तैनाती पहले से ही जारी है। 455 प्रणालियों की कुल आवश्यकता में से 107 की आपूर्ति की जा चुकी है, तथा मार्च 2025 तक अतिरिक्त 105 की आपूर्ति होने की उम्मीद है। शेष इकाइयां मार्च 2027 तक उपलब्ध कराई जाएंगी, जिससे भारतीय सेना की रक्षा इकाइयों को मजबूती मिलेगी।’’
सूत्रों ने कहा कि यह महत्वपूर्ण उपलब्धि ‘‘निरंतर विकसित हो रही सुरक्षा चुनौतियों’’ से निपटने के लिए भारत के रक्षा बलों द्वारा नवाचार अपनाने और क्षमताओं को बढ़ाने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
‘आकाशतीर’ की तैनाती अप्रैल में भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल), गाजियाबाद से नियंत्रण केंद्रों के पहले बैच को हरी झंडी दिखाने के साथ शुरू हो गई थी।
भाषा शफीक संतोष
संतोष
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