तिरुवनंतपुरम, 29 दिसंबर (भाषा) केरल के निवर्तमान राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान रविवार को केरल से रवाना हो गए और कहा कि इस राज्य का उनके दिल में ‘‘बहुत विशेष स्थान’’ रहेगा और राज्य के साथ उनका आजीवन जुड़ाव रहेगा।
खान ने कहा कि वह राज्य के लोगों द्वारा दिए गए प्यार, स्नेह और समर्थन के लिए अत्यंत आभारी हैं। राज्य छोड़ने से पहले यहां पत्रकारों से बात करते हुए खान ने केरल सरकार और राज्य के लोगों को ‘शुभकामनाएं’ भी दीं।
उन्होंने अपने संक्षिप्त संबोधन की शुरुआत मलयालम में करते हुए कहा, ‘‘मेरा कार्यकाल पूरा हो गया है लेकिन, केरल अब मेरे दिल में एक बहुत ही खास जगह रखता है। और, मेरी भावनाएं, केरल के साथ मेरा जुड़ाव खत्म नहीं होने वाला है। यह अब एक आजीवन बंधन है।’’
जब पत्रकारों ने विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की नियुक्ति समेत विभिन्न मुद्दों पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नीत एलडीएफ सरकार के साथ उनके तनावपूर्ण संबंधों के बारे में पूछा, तो खान ने कहा कि इस दौरान कोई उथल पुथल नहीं रहा। खान ने कहा कि उन्होंने केवल उसी अधिकार का प्रयोग किया जो राज्य विधानसभा द्वारा राज्यपाल को कुलाधिपति के रूप में सौंपा गया है।
खान ने कहा, ‘‘किसी अन्य मुद्दे पर कोई विवाद नहीं हुआ। और मैं केरल सरकार को भी अपनी शुभकामनाएं देता हूं। मुझे उम्मीद है कि वे लोगों के कल्याण के लिए काम करेंगे।’’
जब उनसे राज्य में उनका कार्यकाल पूरा होने के बाद उन्हें कोई आधिकारिक विदाई नहीं दिए जाने के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि पूरा देश पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर शोक मना रहा है और इस तरह के समारोह के आयोजन के लिए यह आदर्श समय नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा कि राज्य से जाते समय वे सभी के बारे में केवल अच्छी बातें कहना चाहते हैं।
खान ने पूर्व राज्यपाल पी सदाशिवम से उनकी तुलना से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए कहा कि व्यक्ति और उनकी कार्यशैली अलग-अलग होती है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हाल ही में मणिपुर, मिजोरम, केरल और बिहार समेत राज्यों के लिए नये राज्यपालों की नियुक्ति के आदेश जारी किए हैं।
खान आने वाले दिनों में बिहार के राज्यपाल का पदभार संभालेंगे, जबकि राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर केरल के नये राज्यपाल का कार्यभार संभालेंगे।
केरल में सत्तारूढ़ माकपा ने हाल ही में उम्मीद जतायी कि नये राज्यपाल संवैधानिक रूप से काम करेंगे और राज्य सरकार के साथ सहयोग करेंगे। विभिन्न मुद्दों को लेकर राज्य की माकपा नीत सरकार और खान के बीच पूर्व में टकराव रहा है।
माकपा ने खान पर ‘‘संघ परिवार के एजेंडे को लागू करने के लिए असंवैधानिक कार्यों’’ में शामिल होने का आरोप भी लगाया।
भाषा अमित संतोष
संतोष
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