तिरुवनंतपुरम, 29 मार्च (भाषा) केरल में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के एक वर्ग द्वारा 17 मार्च से सचिवालय के सामने की जा रही हड़ताल शनिवार को सरकार के साथ बातचीत के बाद अस्थायी रूप से वापस ले ली गई। प्रदर्शनकारियों ने यह जानकारी दी।
भारतीय राष्ट्रीय आंगनवाड़ी कर्मचारी महासंघ के तहत आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पिछले 13 दिन से मानदेय में बढ़ोतरी समेत विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
संगठन के अध्यक्ष अजय थराइल ने कहा कि सरकार के साथ चर्चा और लिए गए निर्णयों के आधार पर हड़ताल को अस्थायी रूप से वापस ले लिया गया। उन्होंने कहा कि राज्य के वित्त मंत्री के.एन. बालगोपाल और स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने संगठन के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की।
संगठन ने कहा कि सरकार मानदेय, पेंशन और त्यौहार भत्ते में वृद्धि समेत उनकी अन्य मांगों पर गौर करने के लिए 10 दिन के भीतर एक समिति गठित करेगी।
संगठन द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के मुताबिक, सरकार ने आश्वासन दिया है कि समिति की रिपोर्ट के आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। रिपोर्ट 90 दिन के भीतर मिलने की उम्मीद है।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि चूंकि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता केंद्र सरकार की योजनाओं के तहत काम करते हैं, इसलिए मंत्रियों ने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार केंद्र पर आवश्यक दबाव बनाएगी।
इसमें कहा गया है कि मानदेय का भुगतान तीन चरणों के बजाय एक ही किस्त में करने की मांग के संबंध में सरकार ने आश्वासन दिया है कि हर महीने की पांच तारीख से पहले भुगतान कर दिया जाएगा।
विज्ञप्ति के मुताबिक, मंत्रियों ने यह भी आश्वासन दिया कि एकमुश्त भुगतान से संबंधित तकनीकी मुद्दों का समाधान किया जाएगा और आवश्यक उपाय किए जाएंगे।
थराइल ने कहा, ‘‘अगर सरकार वादे पूरे करने में विफल रहती है, तो फिर से आंदोलन शुरू किया जाएगा।’’
इस बीच, मानदेय में वृद्धि की मांग को लेकर आशा कार्यकर्ताओं के एक समूह द्वारा सचिवालय के बाहर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल जारी है। आशा कार्यकर्ता पिछले लगभग 40 दिन से प्रदर्शन कर रही हैं।
भाषा शफीक देवेंद्र
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