अमरावती: chemist stabbed to death भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में टिप्पणी करने वाले एक और शख्स की हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने मामले में 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, गृह मंत्रालय ने मामले की जांच NIA को सौंप दी है। बता दें कि यह घटना उदयपुर में एक टेलर कन्हैयालाल की हत्या से एक हफ्ते पहले हुई थी।
chemist stabbed to death उमेश हत्याकांड की जांच एनआईए करेगी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हत्याकांड में एनआईए जांच के आदेश दिए हैं। राष्ट्रीय जांच एजेंसी की टीम अमरावती पहुंची है। एनआईए की टीम ने महाराष्ट्र पुलिस से जानकारी जुटाई। इससे पहले उमेश की हत्या की जांच में महाराष्ट्र एटीएस की टीम जुटी थी। एटीएस सूत्रों ने बताया था कि वे इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या इस मामले में कोई आतंकी एंगल तो नहीं है। एटीएस इस बात की भी जांच कर रही थी कि क्या उदयपुर के आरोपियों की तरह अमरावती के आरोपियों ने भी यही पैटर्न इस्तेमाल किया है।
महाराष्ट्र: अमरावती के एक दुकान के मालिक उमेश कोल्हे की हत्या के सिलसिले में पांच लोगों को गिरफ़्तार किया। स्थानीय अदालत ने उनको 5 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेजा है। pic.twitter.com/473ij9e3Xw
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 2, 2022
उधर, शिवसेना के नेता दीपक केसरकर ने कहा है कि मामले में कानूनी कार्रवाई होगी, हिंदुत्व ही संस्कृति है। हम सबको साथ लेकर चलेंगे। उन्होंने कहा कि ऐसा दौर चल रहा है, जिसमें टारगेट खोजा जा रहा है और बहकाने की कोशिश की जा रही है। हम कोशिश करेंगे कि किसी को सॉफ्ट टारगेट ना बनाया जाए।
वहीं, भाजपा के स्थानीय नेताओं ने अमरावती के शहर कोतवाली थाने को चिट्ठी सौंपी है। चिट्ठी में कहा गया है कि उमेश ने सोशल मीडिया पर नूपुर शर्मा के पक्ष में संदेश पोस्ट किया था। इसलिए बदला लेने और एक मिसाल कायम करने के लिए उसकी हत्या कर दी गई।