नयी दिल्ली, 13 जनवरी (भाषा) एमिटी यूनिवर्सिटी-मुंबई द्वारा अंतरिक्ष में भेजे गए पालक के कॉलस ऊतक में वृद्धि के संकेत दिखे हैं। वैज्ञानिक प्रयोग के लिए पालक का ऊतक 350 किलोमीटर की ऊंचाई पर पृथ्वी की परिक्रमा कर रहे ‘पीओईएम-4 मॉड्यूल’ में मौजूद है।
सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण के तहत अंतरिक्ष में पौधे उगाना अंतरिक्ष जैविक अनुसंधान के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है और लंबी अवधि के मानवयुक्त अभियानों के दौरान अंतरिक्ष यात्रियों के लिए एक उपयोगी गतिविधि है।
एमिटी यूनिवर्सिटी, मुंबई के कुलपति ए. डब्ल्यू संतोष कुमार ने कहा, ‘‘पीओईएम-4 प्लेटफॉर्म से प्राप्त शुरुआती आंकड़ों में पालक कॉलस में वृद्धि के संकेत मिले हैं।’’
उन्होंने कहा कि इसरो से प्राप्त डेटा आशाजनक है और उपकरण अच्छी हालत में है।
कुमार ने कहा कि पारंपरिक बीजों के बजाय कॉलस ऊतक को उगाने का निर्णय इसलिए लिया गया, क्योंकि इससे शोधकर्ताओं को रंग संबंधी निगरानी के माध्यम से घटनाक्रम पर अधिक आसानी से नजर रखने में मदद मिल सकेगी।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में रखे एक समान मॉड्यूल में कॉलस में समान वृद्धि देखी गई है।
कुमार ने कहा, ‘‘इस प्रयोग का मुख्य उद्देश्य अंतरिक्ष अभियानों के दौरान भोजन और पोषण की संभावनाओं पर विशेष रूप से कॉलस के माध्यम से पौधों की वृद्धि का पता लगाना है।’’
भाषा नेत्रपाल सुरेश
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