नई दिल्लीः केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर में अस्थिर हालात के मद्देनजर चुनावी राज्य महाराष्ट्र में अपनी रैलियां रद्द कर दीं और वह दिल्ली लौट रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्री इस पूर्वोत्तर राज्य में स्थिति की समीक्षा के लिए एक बैठक कर सकते हैं। मणिपुर में उग्र भीड़ ने इंफाल घाटी के विभिन्न जिलों में शनिवार रात भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तीन और विधायकों तथा कांग्रेस के एक विधायक के आवास में आग लगा दी। साथ ही, सुरक्षाबलों ने मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के पैतृक आवास में घुसने की प्रदर्शनकारियों की कोशिश को नाकाम कर दिया।
सूत्रों ने बताया कि शाह को महाराष्ट्र में भाजपा के प्रचार अभियान के तहत कुछ चुनावी रैलियों में भाग लेना था लेकिन उन्होंने रैलियां रद्द कर दीं और वह दिल्ली लौट रहे हैं। उनकी रैलियां रद्द करने के पीछे कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है लेकिन सूत्रों ने बताया कि यह मणिपुर में अस्थिर हालात की वजह से हो सकता है। सूत्रों ने कहा कि गृह मंत्री मणिपुर में स्थिति की समीक्षा के लिए दिल्ली में शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि केंद्रीय सुरक्षा अधिकारियों का एक दल स्थिति का आकलन करने और स्थिति से निपटने में राज्य सरकार की मदद करने के लिए जल्द ही मणिपुर का दौरा कर सकता है।
हिंसा की ताजा घटनाएं शनिवार रात हुईं जब जिरीबाम जिले में उग्रवादियों द्वारा तीन महिलाओं तथा तीन बच्चों की हत्या से गुस्साए लोगों ने राज्य के तीन मंत्रियों और छह विधायकों के आवास पर हमला कर दिया। इसके बाद राज्य में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लागू किया गया है।अधिकारियों के अनुसार, उग्र भीड़ ने निंगथोखोंग में लोक निर्माण मंत्री गोविंदास कोन्थुजाम, लंगमेइदोंग बाजार में हियांगलाम से भाजपा विधायक वाई राधेश्याम, थौबल जिले में वांगजिंग टेंथा से भाजपा विधायक पी. ब्रोजेन तथा इंफाल पूर्वी जिले में खुंद्राकपाम से कांग्रेस विधायक थोकचोम लोकेश्वर के आवास को आग के हवाले कर दिया। रविवार सुबह इंफाल घाटी के सभी पांच जिलों में स्थिति शांत लेकिन तनावपूर्ण रही। जिरिबाम में छह लोगों के शव मिलने पर हिंसक प्रदर्शनों के बाद कर्फ्यू लगाया गया है और इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं।