नयी दिल्ली, तीन दिसंबर (भाषा) समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा के लिए मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को जिम्मेदार ठहराया और सुझाव दिया कि हर जगह खोदाई करने के बजाय उसे कैलाश मानसरोवर पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि कभी ऐसा दिन आ सकता है जब श्रद्धालुओं को वहां जाने की अनुमति नहीं मिले।
संसद के बाहर संवाददाताओं से बात करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि संभल में एक मजिस्द का सर्वेक्षण कराये जाने को लेकर हुई हिंसा उत्तर प्रदेश में हालिया विधानसभा उपचुनाव के दौरान राज्य प्रशासन द्वारा की गई ‘गड़बड़ियों‘ से लोगों का ध्यान भटकाने की एक ‘‘सुनियोजित साजिश’’ थी।
स्थानीय अदालत के आदेश पर एक मुगलकालीन मस्जिद का 19 नवंबर को सर्वेक्षण किये जाने के बाद संभल में तनाव पैदा हो गया। इससे पहले, अदालत में दायर वाद में दावा किया गया था कि उक्त स्थल पर पहले एक हरिहर मंदिर था।
मस्जिद का दूसरा सर्वेक्षण 24 नवंबर को किये जाने के दौरान हिंसा भड़क गई थी क्योंकि प्रदर्शनकारी शाही जामा मस्जिद के निकट एकत्र हुए थे और सुरक्षा कर्मियों के साथ उनकी झड़प हुई थी। हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हुए।
सपा प्रमुख ने दावा किया, ‘‘यह एक सुनियोजित साजिश थी। (उप्र के विधानसभा उपचुनाव में) मुसलमानों को कुंदरकी, मीरापुर और कटेहरी में वोट नहीं देने दिया गया। उपचुनावों पर चर्चा से बचने के लिए (उत्तर प्रदेश) सरकार ने इस घटना की साजिश रची।’’
उन्होंने चीन का नाम लिए बिना कहा, ‘‘आप कितनी खोदाई करेंगे? आप हर जगह खोदाई करना चाहते हैं… आप मानसरोवर पर ध्यान नहीं दे रहे हैं… वहां कैलाश पर्वत है। एक दिन ऐसा आएगा, जब वह देश आपको दर्शन के लिए भी नहीं जाने देगा। इस बारे में कौन सोचेगा?’’
उन्होंने यह भी कहा, ‘आप यहां खोदाई इसलिए कर रहे हैं कि आप सांप्रदायिक सद्भाव को तहस-नहस करना चाहते हैं।’’
सपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य रामगोपाल यादव ने कहा, ‘‘बाबाजी (योगी आदित्यनाथ) ने साबरमती फिल्म देखी और यह किया… शायद वह दंगे भड़का कर दिल्ली आना चाहते हैं।’’
हालांकि, उन्होंने इस बारे में और विस्तार से कहने से इनकार कर दिया।
रामगोपाल ने यह भी दावा किया कि संभल मुद्दा अदाणी मुद्दे से भी बड़ा है, जिसे कांग्रेस द्वारा उठाया जा रहा है।
उन्होंने संसद के बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘‘संभल कहीं बड़ा मुद्दा है। लोगों पर गोलियां चलाई जा रही हैं, घरों में तोड़फोड़ की जा रही, बिजली-पानी की आपूर्ति बंद की जा रही है।’’
रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के आरोपों में अदाणी समूह के प्रमुख गौतम अदाणी और कंपनी के अन्य अधिकारियों पर अमेरिकी अभियोजकों द्वारा अभियोग लगाए जाने के बाद, कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दल संयुक्त संसदीय समिति से मामले की जांच कराए जाने की मांग कर रहे हैं।
संभल से सांसद जिया उर रहमान ने कहा कि यह दुखद है कि यह मुद्दा संसद में उठाये जाने पर सरकार कोई जवाब नहीं दे रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम सदन में यह मुद्दा उठाने की कोशिश कर रहे हैं। दुख की बात है कि सरकार ने कोई जवाब नहीं दिया। हम दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई चाहते हैं ताकि न्याय हो सके।’’
भाषा सुभाष संतोष
संतोष
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