जयपुर, आठ अक्टूबर (भाषा) निजी दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल ने कृत्रिम मेधा (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-एआई) युक्त प्रणाली की मदद से पिछले 10 दिन में राजस्थान में 5.1 करोड़ संभावित ‘स्पैम कॉल’ और 16 लाख ‘स्पैम’ संदेश का पता लगाया। कंपनी के एक अधिकारी ने मंगलवार को यह दावा किया।
अधिकारी ने बताया कि यह समाधान ग्राहकों को संदेश के माध्यम से प्राप्त ‘द्वेषपूर्ण’ लिंक के बारे में सचेत करता है।
एयरटेल के राजस्थान के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मारुत दिलावरी ने कहा, ‘‘एयरटेल ने इसके लिए काली सूची में डाले गए ‘यूआरएल’ का एक केंद्रीकृत डेटाबेस बनाया है और हर एसएमएस को अत्याधुनिक एआई एल्गोरिदम द्वारा वास्तविक समय में स्कैन किया जाता है ताकि उपयोगकर्ताओं को किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने से सावधान किया जा सके।’’
उन्होंने दावा किया कि यह प्रणाली किसी दूरसंचार सेवा प्रदाता द्वारा अपनी तरह का पहला समाधान है। सभी एयरटेल ग्राहकों के लिए यह समाधान बिना किसी लागत के स्वचालित रूप से सक्रिय हो गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘जालसाजी, धोखाधड़ी का खतरा ग्राहकों के लिए चिंता का विषय बना है। इसको देखते हुए एयरटेल ने एआई-संचालित समाधान पेश किया है जो राजस्थान में सभी एयरटेल ग्राहकों को साइबर अपराधियों और जालसाजों की साजिश के खिलाफ मजबूत ढाल प्रदान करता है।’’
भाषा पृथ्वी खारी
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