चंडीगढ़, 13 नवंबर (भाषा) हरियाणा और पंजाब में बुधवार को प्रदूषण का स्तर काफी अधिक रहा और भिवानी में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 358 दर्ज किया गया जो ‘बेहद खराब’ की श्रेणी में आता है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के ‘समीर ऐप’ के अनुसार, पंजाब और हरियाणा की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में एक्यूआई 355 दर्ज किया गया।
हरियाणा के पानीपत में एक्यूआई 336, सोनीपत और चरखी दादरी दोनों स्थानों में 322, जींद में 313, रोहतक में 275, गुरुग्राम में 273, पंचकूला में 266, बहादुरगढ़ में 258, कुरुक्षेत्र में 248 तथा यमुनानगर में 242 दर्ज किया गया।
पंजाब के मंडी गोबिंदगढ़ में एक्यूआई 308, अमृतसर में 270, पटियाला में 258, जालंधर में 229, लुधियाना में 209 और रूपनगर में 191 रहा।
एक्यूआई 0-50 को ‘अच्छा’, 51-100 को ‘संतोषजनक’, 101-200 को ‘मध्यम’, 201-300 को ‘खराब’, 301-400 को ‘बहुत खराब’ और 401-500 को ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है।
अक्टूबर और नवंबर में धान की कटाई के बाद पराली जलाए जाने को लेकर पंजाब और हरियाणा को अक्सर दिल्ली में वायु प्रदूषण बढ़ने के लिए जिम्मेदार ठहराया जाता है।
धान की कटाई के बाद गेहूं की बोवाई के लिए बहुत कम समय बचे होने के कारण कुछ किसान फसल अवशेषों को जल्द साफ करने के लिए अपने खेतों में आग लगा देते हैं।
भाषा यासिर शोभना
शोभना
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