चेन्नई, 27 जून (भाषा) अखिल भारतीय अन्नाद्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) के प्रमुख ई.के. पलानीस्वामी के नेतृत्व में पार्टी के विधायकों और कार्यकर्ताओं ने कल्लाकुरिची जहरीली शराब त्रासदी की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराए जाने की मांग को लेकर बृहस्पतिवार को यहां भूख हड़ताल की।
देसिया मुरपोक्कु द्रविड़ कषगम (डीएमडीके) प्रमुख प्रेमलता विजयकांत ने धरना स्थल का दौरा कर विरोध प्रदर्शन के प्रति उनकी पार्टी का समर्थन व्यक्त किया।
विधानसभा की कार्यवाही में व्यवधान डालने के आरोप में मौजूदा विधानसभा सत्र से निलंबित अन्नाद्रमुक विधायकों ने काली शर्ट पहनकर सुबह नौ बजे राजारथिनम स्टेडियम में भूख हड़ताल शुरू की।
पलानीस्वामी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन के इस्तीफे की मांग की और दोहराया कि जहरीली शराब से हुई मौतों की जांच सीबीआई से कराई जानी चाहिए।
उन्होंने पूछा कि जब मौतों का आंकड़ा ‘60 के पार’ जा पहुंचा तो स्टालिन ने अब तक कल्लाकुरिची का दौरा क्यों नहीं किया। उन्होंने विधानसभा में इस मुद्दे पर ईमानदारी से चर्चा करने के लिए मुख्यमंत्री की ‘अनिच्छा’ की भी आलोचना की।
अनशन स्थल पर पत्रकारों से बातचीत में प्रेमलता विजयकांत ने सीबीआई जांच की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि न्याय के लिए आबकारी मंत्री एस. मुथुसामी का इस्तीफा मांगा।
उन्होंने पुलिस पर अन्नाद्रमुक नेताओं को ‘भाषण देने’ (लाउडस्पीकर का इस्तेमाल करने) की अनुमति नहीं देने का आरोप लगाते हुए ‘दमन’ की निंदा की है। भाषा यासिर प्रशांत
प्रशांत
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