कोटा।Kota Hospital Heritage Look: चिकित्सा क्षेत्र की बात करें तो कोटा अपनी एक अलग ही पहचान बनाने के लिए लगा हुआ है। एमबीएस और जेके लोन अस्पताल के विस्तार और हैरिटेज लुक के 70 करोड़ के प्रोजेक्ट को नगर विकास न्यास ने पूरा कर दिया है। अब चिकित्सा विभाग की ओर से किए जाने वाले कामों के पूरे होते ही अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधा लोगों को मिल सकेगी। जेके लोन अस्पताल के नए ब्लॉक के लिए 30 करोड़ और एमबीएस अस्पताल के नए ब्लॉक के लिए 40 करोड़ की राशि खर्च की गई है।
बता दें कि कुल निर्मित क्षेत्रफल 9675.00 वर्गमीटर में 156 बेड का इनडोर, पीडियाट्रिक ब्लॉक और नवीन ओपीडी ब्लॉक का निर्माण किया गया है। जबकि कुल निर्मित क्षेत्रफल 4300.00 वर्गमीटर में नवीन जेके लोन ओपीडी भवन बनाया गया। वहीं, 4480.00 वर्गमीटर क्षेत्रफल में एमबीएस अस्पताल में नवीन ओपीडी ब्लॉक का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है।
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Kota Hospital Heritage Look: एमबीएस अस्पताल के नए ओपीडी ब्लॉक में बेसमेंट में 52 चौपहिया और 100 दुपहिया वाहनों की पार्किंग की सुविधा है। भूतल पर 20 रजिस्ट्रेशन काउन्टर, सामान्य इमरजेन्सी यूनिट, वेक्सिनेशन, रैनिज क्लिनिक, सैम्पल कलेक्शन, डायग्नोस्टिक लैब, सीटी स्कैन यूनिट,एमआरआई यूनिट, एमओटी यूनिट, 16 दवाई वितरण काउंटर हैं। तो वहीं पहली मंजिल पर 3 इमरजेन्सी ऑपरेशन थिएटर कॉम्लेक्स, 30 बेड का मेडिकलइमरजेन्सी वार्ड, 20 बेड का सर्जिकल इमरजेन्सी वार्ड, मेडिकल ज्यूरिस्ट ओपीडी काम्पलेक्स, प्लास्टिक सर्जरी और पीडियाट्रिक सर्जरी ओपीडी की सुविधा है।
Kota Hospital Heritage Look: जेके लोन अस्पताल में पीडियाट्रिक के नए इनडोर भवन के साथ बेसमेंट में 27 चौपहिया और 60 दुपहिया वाहनों की पार्किंग की सुविधा हैं। भूतल पर 4 रजिस्ट्रेशन काउन्टर, दवा वितरण काउन्टर, कॉन्फ्रेंस हॉल, 2 सामान्य वार्ड, पहली मंजिल पर 4 सामान्य वार्ड, एक प्राइवेट वार्ड निर्मित किए गए हैं। दूसरी मंजिल पर, 3 एसी एनआईसीयू और 1 एमएनसीयू, 1 प्राइवेट वार्ड और तीसरी मंजिल पर 3 एसी पीआईसीयू, बेसमेंट में 23 चौपहिया एवं 60 दुपहिया वाहनों की पार्किंग की सुविधा उपलब्ध है। पहले तल पर पीडियाट्रिक इमरजेन्सी वार्ड, माइनर ओटी, पीडियाट्रीक मेडिसिन ओपीडी का निर्माण किया गया है। वहीं डॉक्टरों के लिए लिफ्ट, स्ट्रेचर लिफ्ट और 4 पेसेन्जर लिफ्ट की सुविधा रहेगी। सभी फ्लोर पर जनसुविधाएं स्ट्रेचर के लिए रैम्प, इमरजेन्सी सेवाओं में एसी व्यवस्था विकसित की गई हैं।