गुवाहाटी: Advocate Comes to Wear Jeans in Court देश में कोर्ट को सबसे ऊपर दर्जा दिया गया है। कोर्ट के अपने नियम कायदे कानून होते हैं, जिसका हर किसी को पालन किया जाता है। चाहे वह नेता मंत्री हो या कोई आम इंसान। हालांकि कोरोना काल में कई बार ये देखा गया कि वर्चुअल सुनवाई के दौरान नियमों का उल्लंघन हुआ। ऐसा ही कोर्ट के नियमों का उल्लंघन करने का मामला गुवाहाटी हाईकोर्ट से सामने आया है, जहां एक वकील सुनवाई के दौरान जींस पहनकर पहुंचे थे।
Advocate Comes to Wear Jeans in Court मिली जानकारी के अनुसार मामला गुवाहाटी हाईकोर्ट का है, जहां शुक्रवार को एक मामले की सुनवाई होनी थी। कोर्ट में अपने परिवादी की याचिका पर पैरवी करने आए वकील जींस पहनकर पहुंचे थे। ये देखते ही जज भड़क उठे और उन्होंने तुरंत पुलिस बुलाकर वकील को कोर्ट से बाहर करने का निर्देश दिया।
इस मामले को जस्टिस कल्याण राय सुराना (Justice Kalyan Rai Surana) ने चीफ जस्टिस के साथ-साथ असम, नागालैंड, मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश की बार काउंसिल (Bar Council) के सामने रखने का निर्देश भी दिया है। कोर्ट ने अपने आदेश में कहा, “मामला आज स्थगित कर दिया गया क्योंकि याचिकाकर्ता के वकील बी.के. महाजन ने जींस पैंट पहन रखी है। इसलिए, अदालत को उन्हें हाई कोर्ट कैंपस (Court Campus) से बाहर भिजवाने के लिए पुलिस कर्मियों को बुलाना पड़ा।”
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एडवोकेट एक्ट, 1961 के अनुसार, प्रैक्टिस करने वाले सभी वकीलों को अदालती कार्यवाही में भाग लेने के दौरान काला कोट पहनना या नेकबैंड के साथ सफेद शर्ट पहनना जरूरी है। पेशेवर मानकों पर बार काउंसिल ऑफ इंडिया के नियम भी यही बात को दोहराते हैं और कहते हैं कि वकीलों को हमेशा अदालत में प्रेजेंटेबल होना चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल वकीलों को ड्रेस कोड में रियायत से संबंधित एक याचिका पर विचार करने से साफ तौर पर इनकार कर दिया था। इस बीच बीच-बीच में यह सवाल भी उठता रहा है कि अदालती कार्यवाही में शामिल होने वाले वादियों को क्या पहनना चाहिए।