दिल्ली। विपक्षी दलों की मांग निर्वाचन आयोग में खारिज होने के बाद वरिष्ठ कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने आरोप लगाया है कि निर्वाचन आयोग धारा 56(डी) के बहाने मनमानी कर रहा है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने सवाल उठाया कि निर्वाचन आयोग सैंपल चेक के लिए क्यों तैयार नहीं हो रहा है।
सिंघवी ने कहा कि अगर उनके ही सैंपल चेक में अंतर निकले तब ही प्रभावित इलाके ने पुनर्मतदान कराए। कांग्रेस नेता ने कहा कि इतनी बड़ी संवैधानिक संस्था के लिए आज का दिन काला दिन है। उन्होंने आरोप लगाए कि निर्वाचन आयोग संहिता मोदी प्रचार संहिता बन चुकी है। इतनी बड़ी व्यवस्था में केंद्रीय निर्वाचन आयोग एक का पक्ष ले रहा है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि आयोग हमारी मांगे न मानने का कोई आधार नहीं बता पाया। 22 दलों ने कल केंद्रीय निर्वाचन आयोग के अधिकरियों से मुलाकात कर अपनी मांग रखी थी। देश के 75 प्रतिशत मतदाताओं का प्रतिनिधित्व करने वाले दलों ने मांग रखी। क्या चुनाव आचार संहिता मोदी प्रचार संहिता बन गई है। क्या EC का मतलब एलिमिण्टेड क्रेडिबिलिटी और कमजोर कमीशन बन गया है।
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सिंघवी ने कहा कि EVM इलेक्ट्रॉनिक विक्ट्री मशीन बन गई है। हम 5 मशीनो के सैंपल चेक करने वाले सुप्रीम कोर्ट के आदेश के पालन की मांग कर रहे थे। लेकिन आयोग पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह के लिए अलग-अलग नियम चला रहा है। जो सैंपल टेस्ट पहले होना चाहिए वह आयोग मतगणना पूरी होने के बाद क्यों कराने पर तुला है।