AAP Mahila Adalat: नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में आज आम आदमी पार्टी महिला अदालत लगाने जा रही है। बता दें कि, निर्भया गैंगरेप की 12वीं बरसी पर AAP ने महिला अदालत लगाने का फैसला लिया है, जिसमें दिल्ली की कानून व्यवस्था को लेकर बीजेपी पर हमला करेगी। इसमें अरविंद केजरीवाल और सपा प्रमुख अखिलेश यादव शामिल होंगे।
Read more: Zakir Hussain Instagram: 5 रुपये के मेहनताने में पहली बार बजाया था तबला.. आज करोड़ो की संपत्ति छोड़कर विदा हुए कला के माहिर जाकिर हुसैन..
निर्भया गैंगरेप की 12वीं बरसी
मालूम हो कि, 16 दिसंबर 2012 को दिल्ली के दक्षिणी क्षेत्र में एक मेडिकल छात्रा के साथ चलती बस में गैंगरेप किया गया था, और उसके बॉयफ्रेंड की भी बुरी तरह पिटाई की गई थी। इस जघन्य अपराध के बाद पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हुए थे और दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने इस मामले में प्रमुख भूमिका निभाई थी।
FAQ: महिला अदालत से जुड़े सामान्य प्रश्न
महिला अदालत क्या होती है?
महिला अदालत एक विशेष न्यायिक मंच है, जहां महिलाओं से जुड़े मामलों जैसे घरेलू हिंसा, यौन शोषण, और अन्य अपराधों की सुनवाई तेजी से और संवेदनशीलता के साथ की जाती है।
निर्भया गैंगरेप केस और महिला अदालत का क्या संबंध है?
निर्भया गैंगरेप केस के बाद महिलाओं की सुरक्षा और न्याय के लिए कई कदम उठाए गए। महिला अदालतें इन्हीं प्रयासों का हिस्सा हैं, जो महिलाओं के लिए न्याय प्रक्रिया को सरल और प्रभावी बनाने का उद्देश्य रखती हैं।
महिला अदालत में कौन-कौन से मामले सुने जाते हैं?
महिला अदालत में घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न, यौन शोषण, छेड़छाड़, और अन्य महिला-संबंधी अपराधों की सुनवाई की जाती है।
महिला अदालत में केस दर्ज करने की प्रक्रिया क्या है?
महिला अदालत में केस दर्ज करने के लिए स्थानीय पुलिस स्टेशन या संबंधित न्यायालय में शिकायत दी जा सकती है। यह प्रक्रिया सरल और पीड़िता के हितों को ध्यान में रखकर बनाई गई है।
क्या महिला अदालत में केवल महिलाओं के केस ही सुने जाते हैं?
महिला अदालत का मुख्य फोकस महिलाओं से जुड़े मामलों पर होता है, लेकिन कभी-कभी अन्य संवेदनशील मुद्दों की सुनवाई भी यहां हो सकती है।