भरूच (गुजरात), 16 नवंबर (भाषा) गुजरात से आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक चैतर वसावा ने एक नया आदिवासी संगठन बनाने की घोषणा करते हुए कहा है कि यदि सरकार आदिवासी बहुल क्षेत्रों के विकास का समर्थन करने में विफल रही तो वह अलग राज्य के लिए आंदोलन करेंगे।
वसावा ने शुक्रवार को आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती मनाने के लिए आयोजित एक समारोह में कहा कि नये संगठन का नाम ‘भील प्रदेश मुक्ति मोर्चा’ रखा गया है।
देदियापाडा से विधायक वसावा ने कहा कि आदिवासी समुदायों ने देश के विकास के लिए अपनी जमीनें दे दीं, लेकिन वे खुद पीछे रह गए।
वसावा ने कहा, ‘‘आज हमने गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और राजस्थान के आदिवासी नेताओं के साथ मिलकर ‘भील प्रदेश मुक्ति मोर्चा’ नामक संगठन बनाया है, जिसके तहत हम अपने संवैधानिक अधिकारों की मांग के लिए एक बड़ा आंदोलन संचालित करेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर सरकार हमें विकास हासिल करने में मदद नहीं करती है, तो हम अलग ‘भील प्रदेश’ की मांग करेंगे, जिसकी राजधानी केवडिया प्रस्तावित की जाएगी।’’
उन्होंने कहा कि नया राज्य गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और राजस्थान के आदिवासी इलाकों को मिलाकर बनाया जाएगा।
गुजरात के नर्मदा जिले में केवडिया अब सरदार वल्लभभाई पटेल की ‘स्टैच्यू आफ यूनिटी’ प्रतिमा के लिए प्रसिद्ध है।
विधायक ने कहा कि संगठन की छात्र, युवा, महिला और किसान शाखाओं की घोषणा जल्द ही की जाएगी।
घोषणा पर प्रतिक्रिया जताते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता एवं भरूच सांसद मनसुख वसावा ने कहा कि केंद्र और विभिन्न राज्यों की भाजपा सरकारें आदिवासी समुदायों से संबंधित मुद्दों का समाधान करेंगी, लेकिन अलग राज्य की मांग स्वीकार्य नहीं है।
भाषा अमित सुरेश
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