नईदिल्ली। आज से ठीक 18 साल पहले 13 दिसंबर को ही भारतीय संसद पर आतंकी हमला हुआ था, 13 दिसंबर 2001 को जब संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा था, विपक्ष का खूब हंगामा कर रहा था जिसकी वजह से दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित कर दी गई थी। उस दिन पूरा देश थर्रा उठा, क्योंकि ये हमला देश की राजधानी और लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर संसद भवन पर हुआ।
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आज भारत की संसद पर हुए हमले के 18 साल बीत गए और इस हमले की 18वीं बरसी को याद कर रहे हैं, साल 2001 में आज के ही दिन संसद पर हमले को अफजल गुरु मास्टर माइंड जो कि इस हमले का मास्टर माइंड था, आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने अंजाम दिया था।
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हमले में सुरक्षाकर्मियों ने 5 आतंकी मार गिराए गए, वहीं, 9 लोगों की जान चली गई तो कई घायल हो गए, हमले के बाद 15 दिसंबर 2001 को दिल्ली पुलिस ने आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सदस्य अफजल गुरु को जम्मू-कश्मीर से पकड़ा, वहीं, दिल्ली विश्वविद्यालय के जाकिर हुसैन कॉलेज के एसएआर गिलानी के अलावा दो अन्य अफसान गुरु और उसके पति शौकत हुसैन गुरु को पकड़ा गया, मामले की सुनवाई कर रही ट्रायल कोर्ट ने 18 दिसंबर 2002 को अफजल गुरु, शौकत हसन और गिलानी को मौत की सजा देने का फरमान सुनाया और अफसान गुरु को बरी कर दिया गया।
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बाद में 29 अक्टूबर 2003 को गिलानी दिल्ली हाईकोर्ट से बरी हो गया. फिर मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा और 4 अगस्त 2005 को शौकत हसन की सजा-ए मौत को बदलकर 10 साल सश्रम कारावास कर दिया गया, अफजल गुरु को मिली सजा-ए-मौत मुकर्रर रही और फिर वो दिन आया जब अफजल गुरु को फांसी मिली, संसद हमले के 12 साल बाद 9 फरवरी 2013 को दोषी अफजल गुरु को सूली पर चढ़ा दिया गया।
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