झारखंड की मतदाता सूची में पीवीटीजी के 1.78 लाख मतदाता, समावेश पर जोर : अधिकारी |

झारखंड की मतदाता सूची में पीवीटीजी के 1.78 लाख मतदाता, समावेश पर जोर : अधिकारी

झारखंड की मतदाता सूची में पीवीटीजी के 1.78 लाख मतदाता, समावेश पर जोर : अधिकारी

:   Modified Date:  September 25, 2024 / 03:19 PM IST, Published Date : September 25, 2024/3:19 pm IST

रांची, 25 सितंबर (भाषा) झारखंड की 81 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव के लिए तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है और इसी के तहत विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह (पीवीटीजी) के शत प्रतिशत मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में शामिल किये गये हैं। एक शीर्ष निर्वाचन अधिकारी ने यह जानकारी दी।

अधिकारी ने बताया कि मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल पांच जनवरी 2025 को समाप्त हो रहा है और उससे पहले नयी विधानसभा का चुनाव कराने के लिए कुल 2.59 करोड़ मतदाताओं का पंजीकरण किया जा चुका है।

झारखंड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के.रवि कुमार ने बताया, ‘‘आठ पीवीटीजी समूह के अर्हता प्राप्त 1.78 लाख मतदाताओं का यानी शत प्रतिशत का नाम मतदाता सूची में शामिल कर लिया गया है। समावेशी और लोक हिस्सेदारी युक्त चुनाव कराने के लक्ष्य के साथ सभी अधिकारियों को पीवीटीजी और आदिवासी समूहों की चुनाव में भागीदारी बढ़ाने के प्रयास करने के निर्देश दिये गए हैं।’’

उन्होंने बताया कि दूसरा विशेष पुनरीक्षण समीक्षा का कार्य तय तिथि एक जुलाई 2024 तक पूरा कर लिया गया और मतदाता सूची का प्रकाशन 27 अगस्त को किया गया। उन्होंने बताया कि मतदाता सूची की प्रति राजनीतिक दलों को मुहैया करा दी गई है।

कुमार ने बताया कि 20 सितंबर तक राज्य में 2.59 करोड़ मतदाता पंजीकृत थे जिनमें से 1.28 करोड़ महिला मतदाता हैं।

निर्वाचन आयोग द्वारा जारी बयान के मुताबिक, ‘‘कुल पंजीकृत मतदाताओं में से 11.05 लाख (उम्र 18-19 साल के बीच) पहली बार मदतान करेंगे, 1.14 लाख मतदाताओं की उम्र 85 साल से अधिक है जबकि 3.64 लाख दिव्यांग मतदाता भी पंजीकृत हैं। 1,845 से अधिक मतदाताओं की उम्र 100 साल से अधिक की है।’’

निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि केंद्र और राज्य की प्रवर्तन एजेंसियां आगामी चुनाव में ‘धनबल का इस्तेमाल कतई बर्दाश्त की नीति’ अपनाएंगी।

मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार और अन्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और डॉ.एस.एस.संधू ने यहां चुनाव तैयारियों की समीक्षा की और राजनीतिक दलों, सुरक्षा बलों और अन्य हितधारकों के साथ सोमवार एवं मंगलवार को बैठक की।

भाषा धीरज मनीषा

मनीषा

 

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