अहमदाबाद सिविल अस्पताल के 1200 रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर, स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित |

अहमदाबाद सिविल अस्पताल के 1200 रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर, स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित

अहमदाबाद सिविल अस्पताल के 1200 रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर, स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित

:   Modified Date:  September 2, 2024 / 07:09 PM IST, Published Date : September 2, 2024/7:09 pm IST

अहमदाबाद, दो सितंबर (भाषा) गुजरात में अहमदाबाद सिविल अस्पताल के करीब 1200 रेजिडेंट डॉक्टर मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर सोमवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए।

इस हड़ताल के मद्देनजर प्रशासन द्वारा वैकल्पिक प्रबंध करने के बाद भी अस्पताल में सेवाएं प्रभावित रहीं। मरीजों और उनके परिजनों ने असवारा स्थित इस अस्पताल में लंबे इंतजार की शिकायत की। यह अस्पताल बी जे मेडिकल कॉलेज से संबद्ध है और राज्य में सबसे बड़ा अस्पताल है।

रेजिडेंट डॉक्टरों का कहना है कि जब तक सौहार्द्रपूर्ण हल सामने नहीं आ जाता है तब तक हड़ताल के तहत वे ‘ट्रॉमा सेंटर’, आपात चिकित्सा केंद्र और बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) समेत सभी विभागों की ड्यूटी से दूर रहेंगे।

बी जे मेडिकल कॉलेज के ‘जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन’ के अध्यक्ष डॉ. धावल गामेटी ने कहा, ‘‘राज्य स्वास्थ्य विभाग ने हर तीन साल पर 40 प्रतिशत मानदेय बढ़ाने पर सहमति जताई थी। यह बढ़ोत्तरी एक अप्रैल से लागू होनी थी। हालांकि, जुलाई तक इसे लागू नहीं किया गया, जिसके बाद हमने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल से मुलाकात की। इसके लागू होने का आश्वासन मिलने के बाद हमने अपना आंदोलन स्थगित कर दिया था।’’

गामेटी ने दावा किया, ‘‘ हम अब अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर हो गये क्योंकि हमें पता चला है कि राज्य सरकार ने केवल 20 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की है, जो वादे से आधी है। इसके अलावा, राज्य सरकार ने अब कहा है कि मानदेय तीन साल के बजाय हर पांच साल में संशोधित की जाएगी। यह स्वीकार्य नहीं है क्योंकि सरकार अपने वादे से मुकर गई है।’’

इस हड़ताल के कारण लोगों को भारी परेशानी हो रही है। एक व्यक्ति ने कहा कि वह अपने एक रिश्तेदार को पीलिया का इलाज करवाने लाये थे लेकिन उससे कहा गया कि डाक्टर ही नहीं हैं।

मरीज ने कहा, ‘‘बरामदों पर कई घंटे तक इंतजार करने के बाद अब हमें दूसरे दिन आना होगा।’’

स्थिति का जिक्र करते हुए सिविल अस्पताल के अतिरिक्त चिकित्सा अधीक्षक रजनीश पटेल ने कहा, ‘‘ सभी चिकित्सा और गैर चिकित्सा कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गयी हैं। हमने मरीजों की देखभाल के लिए ड्यटी में जरूरी फेरबदल किया है। हमने कर्मियों की कमी को दूर करने के लिए अन्य जिला अस्पतालों से डॉक्टर बुलाये हैं। फिलहाल 130 चिकित्सा अधिकारी ड्यूटी पर हैं।’’

एक बयान में स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने 40 प्रतिशत वृद्धि की मांग को लेकर रेजिडेंट डॉक्टरों की आलोचना की।

पटेल ने कहा, ‘‘एक सितंबर से हमने 20 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी करने का फैसला किया है। गुजरात में रेजिडेंट डॉक्टरों को दी जाने वाला मानदेय देश में सबसे अधिक है। इस बढ़ोतरी के साथ डॉक्टरों को अब लगभग 1.30 लाख रुपये प्रति माह मानदेय मिलेगा। कई राज्यों में मानदेय 40,000 रुपये से लेकर 70,000 रुपये प्रति माह तक है। इसके अलावा, यह मानदेय पूरी तरह से कर मुक्त है।’’

भाषा राजकुमार अविनाश

अविनाश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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