जींद, 17 नवंबर (भाषा) हरियाणा के जींद में वायु प्रदूषण के खतरनाक स्तर के बीच जिले में 12 किसानों के खिलाफ पराली जलाने के आरोप में अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई कृषि विभाग की शिकायत पर की गई है।
वायु प्रदूषण को देखते हुए फसलों के अवशेष जलाने पर रोक है, बावजूद इसके पराली जलाने की घटनाएं सामने आ रही हैं।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कृषि विभाग की शिकायत पर नंदगढ़ गांव, उझाना, खरल गांव, धमतान साहिब गांव, घसो गांव व बडनपुर गांव समेत अन्य इलाकों के कुल 12 किसानों के खिलाफ पराली जलाने के आरोप में संबंधित थानों में अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं तथा इनकी जांच जा रही है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ‘समीर’ ऐप के मुताबिक, रविवार शाम सात बजे जींद में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 335 था जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है।
एक्यूआई 0-50 के बीच ‘अच्छा’, 51-100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101-200 के बीच ‘मध्यम’, 201-300 के बीच ‘खराब’, 301-400 के बीच ‘बेहद खराब’ और 401-500 के बीच रहने पर ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है।
भाषा सं. नोमान
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